मानसून में डेंगू व मलेरिया का खतरा न बढ़ जाए इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अभी से कमर कस ली है। सीईओ के जरिए सभी स्कूलों को पत्र भेजे गए हैं। इसके अलावा अस्पतालों से एक वाट्सएप ग्रुप के जरिए संवाद किया जा रहा है। डेंगू व मलेरिया के केस या फिर संदिग्ध केस सामने आए तो इसको लेकर भी अस्पतालों को तत्काल सूचना देने के लिए कह दिया गया है।

देहरादून (ब्यूरो)। मानसून आते ही पानी के ठहराव को देखते हुए हर बार स्वास्थ्य विभाग को डेंगू व मलेरिया की चिंता सताने लगती है। इसको लेकर इस बार स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। बाकायदा, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही आंगनबाड़ी कर्मचारियों की मदद से घर-घर, गली-मोहल्लों तक लोगों को डेंगू व मलेरिया से बचाव को जागरुक किया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी के अनुसार सरकारी अस्पतालों में जांच किट के अलावा मच्छरदानी से लैस बेड रिजर्व कर दिए गए हैं।

इन अस्पतालों में तैयारियां
-दून अस्पताल
-कोरोनेशन
-प्रेमनगर
-रायपुर
-ऋषिकेश
-विकासनगर

संदिग्ध मरीज आने पर तत्काल सूचना
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू के संदिग्ध मरीज सामने आने पर सभी प्राइवेट व गवर्नमेंट अस्पतालों को तत्काल सूचना देने के लिए कहा गया है। नगर निगम की ओर से लगातार निरोधात्मक कार्रवाई जारी है। सरकारी अस्पतालों में हजारों की तादाद में जांच किट पहुंचा दी गई हैैं। विकासनगर से लेकर ऋषिकेश और दून के सभी करीब 100 से अधिक निजी अस्पतालों को भी वाट्सएप ग्रुप के जरिए जोड़ा गया है। जिससे डेंगू व मलेरिया से संबंधित मामलों को लेकर तत्काल सूचनाएं आदान-प्रदान की जा सके। कहा गया है कि हर अस्पताल व लैब्स के साथ नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग आपसी कॉर्डिनेशन के साथ डेंगू व मलेरिया से निपटने की कोशिश करेंगे।

स्कूलों को भेजे गए पत्र
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू व मलेरिया नियंत्रण के लिए आरटीओ को कई पंफ्लेट्स सौंपे हैं। जिनको पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर चस्पा कर जागरूकता फैलाई जा सके। जिला वेक्टर जनित अधिकारी के अनुसार मुख्य शिक्षा अधिकारी के जरिए दून के सभी स्कूलों को पत्र भेजा गया है कि वे असेंबली के दौरान स्टूडेंट्स को डेंगू व मलेरिया की रोकथाम की जानकारी दें। जिससे बड़े स्तर तक मैसेज पहुंच सके।

Posted By: Inextlive