- केंद्रीय सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से सीएम की मौजूगदगी में किया इंक्यूबेशन सेंटर का शिलान्यास

देहरादून,

दून को जल्द ही एक रोबोटिक लैब की सौगात मिलेगी। जिसके लिए लैंड भी उपलब्ध हो चुकी है। सीएम फ्राइडे को एसटीपीआई देहरादून इंक्यूबेशन केंद्र के शिलान्यास पर बोल रहे थे। इस केंद्र की आधारशिला केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वर्चुअल माध्यम से आईटीडीए (इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी) में रखी। इस मौके पर सीएम व केंद्रीय सूचना तकनीकी राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने ई-वेस्ट स्टूडियो का उद्घाटन भी किया।

स्टार्टअप को मिलेगा बल

केंद्रीय सूचना मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस मौके पर कहा कि उनका देवभूमि से लगाव है। उत्तराखंड आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व देश की सभ्यतागत संस्कृति का केन्द्र है। कहा, जिस राज्य में बदरीनाथ, केदारनाथ व गंगोत्री और यमुनोत्री का उद्गम है, उस उत्तराखंड राज्य से आज से टेक्नोलॉजी को इंक्यूबेट कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने एसटीपीआई के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ये इंक्यूबेशन सेंटर बेहतर व मॉडर्न बने। कारण, स्टार्टअप के क्षेत्र में उत्तराखंड में प्रबल संभावनाएं हैं। दून व हल्द्वानी में बीपीओ बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि 'चुनौती' नाम से एक नई योजना चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य छोटे शहरों के बच्चों में भी सृजनात्मकता का विकास हो। कहा, देहरादून में एक रोबोटिक सेंटर बनाया जाय, जो देश का महत्वपूर्ण रोबोट सेंटर बनेगा। इसके लिए राज्य सरकार को पूरा सहयोग दिया जायेगा। वैसे भी उत्तराखंड का एक ब्रांड अध्यात्म है तो दूसरा रोबोटिक बनना चाहिए।

खास बातें

-सीएम ने एसटीपीआई के दून इंक्यूबेशन केन्द्र के शिलान्यास पर केंद्र का जताया आभार।

-आईटीडीए की ओर से सभी इलेक्ट्रिक वेस्ट का बेहतर इस्तेमाल

-टीम वर्क से इलेक्ट्रानिक वेस्ट को बैस्ट में बदलने का सराहनीय कार्य।

-आईटी पार्क ने 2019-20 में 150 करोड़ रुपए का व्यापार

-2500 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला

-एसटीपीआई देहरादून इन्क्यूबेशन केन्द्र बनने से स्टार्टअप को बल मिलेगा।

ऐसे फायदेमंद होगा सेंटर

सीएम ने कहा कि एसटीपीआई देहरादून इंक्यूबेशन सेंटर उत्तराखंड में निवेश को आकर्षित करने के साथ प्रमुख आईटी, आईटीईएस गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन देने में मददगार होगा। इससे स्टार्टअप एवं उद्यमियों के लिए अतिरिक्त इंक्यूबेशन सुविधा उपलब्ध कराने एवं राज्य में आईटी साफ्टवेयर, सेवाओं के निर्यात व उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में भी हेल्प मिलेगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे।

ड्रोन के पायलट हो रहे तैयार

सीएम ने कहा कि युवा ऑनलाइन बिजनेस की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ड्रोन एप्लीकेशन के क्षेत्र में भी राज्य बेहतर काम कर रहा है। स्टेट में कई ड्रोन के पायलेट तैयार हो रहे हैं। इस मौके पर सीएम ने केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से काशीपुर में रिजर्व 100 एकड़ लैंड में इलेक्ट्रॉनिक व मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के लिए सहयोग के साथ भारत नेट फेज 2 का जल्द कार्य शुरू करवाने का अनुरोध किया।

ई-कचरे का रियूज कर 25 कंप्यूटर तैयार

आईटीडीए डायरेक्टर अमित सिन्हा ने ई-वेस्ट स्टूडियो के बारे में बताया कि ई-कचरा रि-साइकिलिंग व डिस्पोजल के बारे में अवेयरनेस के उद्देश्य से बना स्टूडियो पूरी तरह से रिसाइकिलिंग किये हुए ई-कचरे से तैयार किया गया है। जिसमें आंतरिक ड्रोन रेसिंग ट्रैक भी बनाया गया है। इस स्टूडियो को बनाने के लिए एकत्रित किये गए ई-कचरे को फिर से यूज कर 25 कंप्यूटर तैयार किये गए। जिनको डिस्ट्रिक्ट के 10 प्राथमिक स्कूलों को भेंट किया गया।

Posted By: Inextlive