स्मार्ट सिटी का पहला की-प्रोजेक्ट फेल
- शहर में बनाये गये ज्यादातर वाटर एटीएम कई महीनों से बंद
- लॉकडाउन में बंद किए गए एटीएम अब तक नहीं खुले देहरादून देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर में स्मार्ट बनाने के लिए बेशक लगातार काम कर रहा हो, लेकिन इसका पहला प्रोजेक्ट फेल होता नजर आ रहा है। डीएससीएल की ओर से लगाये गये ज्यादातार वाटर एटीएम फिलहाल बंद पड़े हुए हैं। डीएससीएल का दावा है कि पांच वाटर एटीएम कुछ दिनों में चालू हो जाएंगे, जबकि बाकी भी जल्दी शुरू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। 15 बने, ज्यादातर बंदडीएससीएल ने सिटी में कुल 24 वाटर एटीएम लगाने की योजना बनाई थी। इनमें से 15 वाटर एटीएम बनकर शुरू हो गये थे। ये वाटर एटीएम क्लॉक टावर, कलेक्ट्रेट, दीन दयाल पार्क, गांधी पार्क, दर्शनी गेट, विजय कॉलोनी, आईएसबीटी, बीएसएनएल पटेलनगर, ट्रांसपोर्ट नगर, रिस्पना, आईटी पार्क आदि जगहों पर लगे हुए हैं। मार्च के बाद से लगभग सभी वाटर एटीएम बंद हैं।
वाटर एटीएम नहीं हुए अनलॉककोरोना लॉकडाउन से पहले सभी 15 वाटर एटीएम चल रहे थे। लॉकडाउन में लोग घरों में कैद हुए तो वाटर एटीएम भी बंद हो गये। बाद में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन वाटर एटीएम कर्मचारी अपनी दो महीने की सैलरी मांगने लगे। ऑपरेटर कंपनी ने सैलरी नहीं दी तो वाटर एटीएम भी नहीं खुले। अब लॉकडाउन लगभग पूरी तरह से खुल चुका है। रोजमर्रा के ज्यादातर कामकाज शुरू हो चुके हैं, लेकिन वाटर एटीएम अब भी बंद हैं।
नहीं सुलझा सैलरी विवाद डीएससीएल ने ये वाटर एटीएम अर्थ वाटर लिमिटेड कंपनी से लगवाये हैं। इन पर पूरा इंवेस्ट इसी कंपनी ने किया है और ऑपरेट भी यही कंपनी कर रही है। लेकिन, लॉकडाउन हुआ तो कंपनी से कर्मचारियों की सैलरी बंद कर दी। बाद में लॉकडाउन तो खुल गया, लेकिन कंपनी ने फिर भी कर्मचारियों की सैलरी नहीं दी। नतीजा यह हुआ कि अब तक बनाये जा चुके सभी वाटर एटीएम शो-पीस बने हुए हैं। इन पर कर्मचारियों ने अपनी सैलरी देने की मांग के पोस्टर चस्पा किये हैं। 5 एटीएम शुरू करने का दावा सैलरी विवाद के कारण वाटर एटीएम बंद होने की शिकायत मिलने पर डीएससीएल ने हस्तक्षेप कर सभी वाटर एटीएम खोलने के लिए कहा है। कंपनी ने फिलहाल सभी वाटर एटीएम शुरू करने में असमर्थता जताई है, हालांकि पांच वाटर एटीएम जल्द शुरू करने की बात कही गई है। लोगों से छिनी सुविधाज्यादातर वाटर एटीएम ऐसी जगहों पर लगाये गये हैं, जहां आम लोगों की काफी संख्या में आवाजाही होती है। बोतल बंद पानी की तुलना में वाटर एटीएम से सस्ता पानी मिल जाने से आम लोगों को काफी राहत मिली थी। खासतौर पर घंटाघर, रिस्पना, आईएसबीटी और कलेक्ट्रेट वाले वाटर एटीएम को इन जगहों पर आने वाले लोग फायदा उठा रहे थे। फिलहाल इनके बंद हो जाने से लोगों को महंगा बोतलबंद पानी खरीदना पड़ रहा है।
----- वाटर एटीएम चालू करने को लेकर हमने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है। कंपनी ने आश्वासन दिया है कि 5 वाटर एटीएम एक-दो दिन में चालू कर दिये जाएंगे। बाकी भी एक महीने के भीतर शुरू हो जाएंगे। बाकी नौ एटीएम का निर्माण दिसम्बर तक पूरा कर दिया जाएगा। अशोक नेगी, एजीएम सिविल, डीएससीएल