भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई को मंगलवार को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। एनएचएआई ने बिना तकनीकी बाधा के निर्माणाधीन नई दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर डाटकाली मंदिर के पास बहुप्रतीक्षित 340 मीटर लंबी और 14।20 मीटर चौड़ी थ्री लेन टनल को आर-पार कर दिया है।

- निर्धारित सीमा से रिकॉर्ड 10 माह पहले टनल का काम होगा पूरा

देहरादून, ब्यूरो: इस उपलब्धि से टनल का निर्माण कर रही भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर काफी उत्साहित हैं।
टनल के आर-पार करने के बाद अब एनएचएआई देहरादून रीजन ने 20 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे के चौड़ीकरण पर फोकस कर लिया है। इसमें से 12 किमी। एलिवेटेड रोड निर्माण को भी तय समय से पूर्व करने का लक्ष्य रखा है। डाटकाली आशारोड़ी से लेकर गणेशपुर तक बनने वाला यह एलिवेटेड कॉरिडोर एशिया के सबसे लंबे वाइल्डलाइफ कोरिडोर में से एक होगा। एलिवेटेड रोड के लिए कुल 571 पिलर बनाए जाने हैं। वर्तमान तक 240 पिलर पर कुछ न कुछ काम पूरा हो चुका है। परियोजना को अक्टूबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

महज 6 माह में ही टनल का काम पूरा
खास बात यह है कि टनल का काम रिकार्ड 6 महीने में पूरा कर लिया गया है। टनल का काम 10 फरवरी 2022 को शुरू किया गया था। इस टनल का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा हिस्सा उत्तराखंड में है। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा, परियोजना निदेशक पंकज कुमार मौर्य, भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के सीएमडी राजीव गर्ग और रणवीर सिंह पंवार की उपस्थिति में पूजा-अर्चना के साथ टनल के दोनों सिरे मिलाए गए। टनल की राह खुलने से एक्सप्रेस-वे परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने की कवायद और तेज कर दी है। भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर दिन-रात कार्य करने में जुट गए हैं। टनल निर्माण की आखिरी तिथि अक्टूबर 2023 तय है। लेकिन टनल को लक्ष्य से 10 माह पूर्व दिसंबर 2022 में पूरा किया जा रहा है।

अब ढाई घंटे में दिल्ली
अगले चार माह बाद देहरादून से दिल्ली की दूरी ज्यादा नहीं रहेगी। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे बनने से देहरादन से दिल्ली का सफर महज ढाई घंटे में तय हो जाएगी। एक्सप्रेस-वे बनने से जहां समय की बचत होगी वहीं उत्तराखंड में पर्यटन और तीर्थाटन के क्षेत्र में बेतहाशा वृद्धि होने की उम्मीद है।

पक्षियों को मिलेगी आजादी
इस कॉरिडोर के बनने से वन्यजीवों को बड़ी राहत मिलेगी। एक्सप्रेस-वे पर आने वाले समय में पूरा ट्रैफिक एलिवेटेड रोड से ऊपर से गुजरेगा, जिसके बाद नीचे वन्यजीव आजादी के साथ चल-फिर सकेंगे।

ये है टनल की खास बात
कुल लंबाई- 340 मीटर
चौड़ाई, 14.20 मीटर थ्री लेन


थ्री लेन टनल का निर्माण निर्धारित समय सीमा से करीब 10 माह पूर्व दिसंबर 2022 तक पूरा करने के साथ ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। टनल के बाद 20 किमी। कोरिडोर के कार्य को भी निर्धारित समय से पूर्व पूरा करने का लक्ष्य है।
पंकज कुमार मौर्य, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई, देहरादून
भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए जानी जाती है। इससे पूर्व करीब 10 टनल कंपनी निर्माण कर चुकी है। हिमाचल में भी कंपनी टनल निर्माण कर रही है। डाटकाली टनल को विपरीत परिस्थितियों के बावजूद समय से 10 माह पूर्व करने का लक्ष्य है।
रणवीर सिंह पंवार, सीएमडी, भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी

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Posted By: Inextlive