टाइगर का खात्मा करेगी गंबूजिया फोर्स
- सिटी के 6500 से ज्यादा घरों में पाया गया था डेंगू मच्छर का लार्वा
- डेंगू मच्छर का लार्वा नष्ट करने के लिए तालाबों में डाली जा रहीं गंबूजिया मछलियां - नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट ने शुरू किया अभियान देहरादून। हेल्थ डिपार्टमेंट के सर्वे में सिटी के 6 हजार से ज्यादा घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाये जाने के बाद अब प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट ने डेंगू मच्छर (टाइगर मॉस्कीटो) के खात्मे का प्लान तैयार कर लिया है। शहर के तालाबों में टाइगर के खात्मे के लिए गंबूजियां फिश मंजवाई गई हैं, जिन्हें तालाबों में डाला जा रहा है। गंबूजिया फिश डेंगू मच्छर का लार्वा चट कर जाती हैं। इससे डेंगू की रोकथाम में बड़ी हेल्प मिलेगी। गंबूजिया यानी मॉस्कीटो फिशगंबूजिया फिश को मॉस्कीटो फिश और गटर गप्पी के नाम से भी जाना जाता है। छोटे आकार की ये मछलियां किसी भी तालाब, गढ्डे, नाली या गटर में डाली जा सकती हैं। ये मच्छर का लार्वा खा जाती हैं। ऐसे में मच्छर नहीं पनप पाते। डेंगू से रोकथाम में इसे काफी इफेक्टिव पाया गया है।
दून में ही की गई ब्रीडिंगडेंगू के बचाव के लिए प्रशासन की ओर से पिछले वर्ष कोलकाता से 30 हजार गंबूजिया मछली मंगाई गई थीं। इनकी कुल कीमत 55 हजार रुपये थी। फिशरी डिपार्टमेंट की ओर से इस साल दून में ही गंबूजिया मछलियों की ब्रीडिंग कराई गई। 20 हजार मछलियों की ब्रीडिंग कराई गई है।
1 दिन में 300 लार्वा खा जाती है फिश ब्रींिडंग के बाद अब इन गंबूजिया मछलियों को सिटी के प्रमुख तालाबों में डाला जा रहा है। फिशरी डिपार्टमेंट की टीम लगातार इस टास्क में लगी है। विशेषज्ञों के मुताबिक एक गंबूजिया फिश 24 घंटे के भीतर 100 से 300 लार्वा खत्म कर सकती है। यहां डाली गईं गंबूजिया फिश - मिंयावाला पंचायत भवन के पास - मालदेवता रोड स्थित झरने में - गांधी पार्क के सभी फांउटेन्स में। - महाराणा प्रताप चौक स्थित फाउंटेन - शहंशाही आश्रम स्थित तालाब - सर्वे चौक स्थित फांउटेन - फव्वारा चौक स्थित फाउंटेन 1.5 लाख लीटर इंसेक्टिसाइड यूज डेंगू मच्छर का लार्वा खत्म करने के लिए नगर निगम की ओर से भी इंसेक्टिसाइड का स्प्रे किया जा रहा है। पिछले 3 महीने के भीतर सिटी के अलग-अलग एरिया में करीब डेढ़ लाख लीटर इंसेक्टिसाइड का स्प्रे किया जा चुका है। इसमें ड्रोन की हेल्प भी ली गई और फॉगिंग भी लगातार जारी है।लार्वा सर्च अभियान
6830 घरों में मिला टाइगर का लार्वा 76466 घरों में किया गया सर्च 373428 की आबादी को किया अवेयर 1437 आशा वर्कर जुटी हैं कैंपेन में डेंगू का अब तक कोई केस नहीं दून में फिलहाल राहत की बात है कि यहां अब तक डेंगू का कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। जबकि 2019 में डेंगू के बहुत ज्यादा मामले सामने आए थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिन भी लोगों में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं उनकी एलाइजा जांच कराई जा रही है लेकिन अब तक कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। 7 हॉस्पिटल किए तैयार कोरोनेशन गांधी शताब्दी प्रेमनगर सीएचसी रायपुर सीएचसी सहसपुर सीएचसी डोईवाला सीएचसी चकराता सीएचसी बीते साल गंबूजिया मछली कोलकाता से मंगाई गई थीं। लेकिन इस साल दून में ही हमने इनकी ब्रीडिंग कराई है। इसके बाद सिटी के हर उस इलाके में ये मछलियां छोड़ी जा रही हैं, जहां जलभराव होता है। - विनोद कुमार यादव, जिला मत्स्य प्रभारी शहर में जहां-जहां पानी के इकट्ठे होने की शिकायत मिल रही है वहां इन मछलियों को डाला जा रहा है। इसके साथ ही इंसेक्टिसाइड का भी छिड़काव हो रहा है। जिससे डेंगू का मच्छर न पनपे।- सुनील उनियाल गामा, मेयर देहरादून