नियुक्ति समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट ने मंगलवार को महाहुंकार रैली निकाली। विभिन्न जिलों से पहुंचे बेरोजगार एलोपैथिक फार्मासिस्ट गांधी पार्क में एकत्र हुए और यहां से बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट महासंघ के बैनर तले सीएम आवास कूच किया। जिसमें उनके स्वजन भी शामिल हुए। पुलिस ने उन्हें हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट व पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। बाद में पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग किया। जिसमें कुछ फार्मासिस्ट को हल्की चोट आई। रैली में शामिल कुछ महिलाएं बेहोश भी हो गई।


देहरादून(ब्यूरो)।पुलिस के रवैये से नाराज बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट बैरिकेडिंग के पास ही धरने पर बैठ गए। चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, वह नहीं हटेंगे। देर शाम को पुलिस ने इन सभी बेरोजगार फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया। इधर, कांग्रेस ने भी बेरोजगार फार्मासिस्ट की महाहुंकार रैली का समर्थन किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल रैली स्थल पहुंचे। पूर्व सीएम ने कहा कि बेरोजगार फार्मासिस्ट के आंदोलन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने झूठ बोला है। कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।लड़ेंगे आरपार की लड़ाई
वहीं महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महादेव गौड़ का कहना था कि फार्मासिस्ट संवर्ग को बचाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी जायज मांगों को नजरअंदाज कर रही है। कई डिप्लोमा फार्मासिस्ट भर्ती के लिए निर्धारित आयु की सीमा पार करने की कगार पर हैं, बावजूद इसके फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है। मांग है कि उपकेंद्रों व वेलनेस सेंटर पर फार्मासिस्ट के सृजित 536 पद पर आईपीएचएस मानक में शिथिलता बरतते हुए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित सभी 1368 उपकेंद्र में फार्मासिस्ट के पद सृजित कर नियमित नियुक्ति की जाए। सीएम आवास कूच में जगदीश, शैलेंद्र, प्रमोद, अनकपाल, अमिता, सोनल, राकेश, विपुल, रवींद्र आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive