लाख कोशिशों के बावजूद दून में अवैध नशे के कारोबार की जड़ें फैलती जा रही हैं। पुलिस ने लेकर तमाम विभाग इस मिशन को फतह करने पर जुटे हैं लेकिन कोई असर नहीं पड़ रहा है। सरकारी आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि साल-दर-साल नशे के अवैध कारोबार में दून बेहद असुरक्षित महसूस करा रहा है। लगातार शिकायतों के बाद जब दून पुलिस ने जनवरी से जून तक लगातार 6 माह तक स्पेशल कैंपेन चलाया उसमें करीब साढ़े पांच करोड़ रुपए का अवैध नशा पकड़ में आया।


देहरादून (ब्यूरो)। दरअसल, पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं कि दून के अलावा आउटर इलाकों में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। इसके बाद पुलिस ने 6 माह तक इस पर स्पेशल अभियान चलाया। डीआईजी-एसएसपी जन्मेजय खंडूडी ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि नशे के कारोबार में कोई कोताही न बरती जाए। खास बात ये है कि दून पुलिस के इस अभियान में कई ऐसे अंतर्राज्यीय नेटवर्क क्रैक किए। जिनके द्वारा नशे का कारोबार फैलाया जा रहा था। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार चरस, स्मैक, गांजा, डोडा पोस्त, नशीली टैबलेट्स, इंजेक्शन, कैप्सूल आदि पकड़े। जिनकी कीमत 4,75,94,022 बताई गई। इसमें 330 केस दर्ज किए गए और 341 आरोपियों को अरेस्ट किया गया। दिलचस्प ये रहा है कि इस अभियान में अवैध शराब के भी काफी मामले सामने आए। कई अंग्रेजी, देशी व बियर की बोलतें पकड़ी गई। जिसकी कीमत 50,59,450 रुपए तक है। पुलिस के मुताबिक आगे भी अवैध नशे पर पुलिस का अभियान जारी रहेगा।

पुलिस की आम लोगों से अपील
डीआईजी जन्मेजय खंडूडी ने आम लोगों से अपील की है कि नशे के विरुद्ध चलाये जा रहे स्पेशल कैंपेन में वे नशा मुक्त दून बनाने के लिए पुलिस की हेल्प करें। नशीले पदार्थ के कारोबार में लिप्त लोगों के लिए पुलिस को इंफॉर्म करें। ऐसे सूचना देने वाले लोगों की सूचनाएं गोपनीय रखी जाएगा। आम लोगों के सहयोग से ही दून नशामुक्त हो पाएगा और इसकी गिरफ्त में आ रहे युवा इस चुंगल से बाहर निकलने में कारगर साबित होंगे।

Posted By: Inextlive