- आपदा से निपटने को एम्बुलेंस सर्विस 108 का प्लान तैयार

- एम्बुलेंस में मेडिकल के अलावा रेस्क्यू इक्विपमेंट भी रहेंगे उपलब्ध

देहरादून,

मानसून सीजन में आपदा से निपटने को इमरजेंसी सर्विस 108 ने भी अपने स्तर से प्लान तैयार किया है। एम्बुलेंस में मेडिकल इक्विपमेंट के अलावा आपदा के दौरान काम आने वाले रेस्क्यू इक्विपमेंट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे किसी भी तरह की इमरजेंसी से निपटा जा सके। साथ ही स्पॉट तक पहुंचने में कोई समस्या न आए।

बरसात में बदहाल सड़कें बड़ा चैलेंज

बरसात का सीजन आते ही आपदा की घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। आपदा से निपटने को प्रशासन के अलावा पुलिस और मेडिकल टीम को भी अलर्ट पर रहना होता है। ऐसे में एम्बुलेंस सर्विस की भी अहम भूमिका है। इमरजेंसी सर्विस 108 का जिम्मा संभाल रही कैंप द्वारा भी आपदा से निपटने को अलर्ट नजर आ रही है। इसके लिए एम्बुलेंस में रेस्क्यू इक्विपमेंट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कैंप के जीएम प्रोजेक्ट अनिल शर्मा ने बताया कि आपदा के समय कहीं पर भी कोई परिस्थिति हो सकती है। ऐसे में एम्बुलेंस में रेस्क्यू इक्विपमेंट जैसे गैंती, फावड़ा, बेल्चा, कुल्हाड़ी जैसे उपकरण रखे जाएंगे। जिससे किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटा जा सके। कई जगह पेड़ टूटने, मलबा आने या दूसरी तरह की समस्या सामने आ सकती है, ऐसे में एम्बुलेंस में रेस्क्यू इक्विपमेंट होने पर प्रॉब्लम को सॉल्व किया जा सकता है। जिससे स्पॉट पर पहुंचने में भी मदद मिलेगी।

3 माह में 31 हजार से ज्यादा कॉल्स

अप्रैल से जून 2020-21

- 31973 पेशेंट को सर्विस उपलब्ध कराई है।

- 9943 डिलीवरी के केस

- 104 बच्चों का एम्बुलेंस में बर्थ हुआ

- 1070 लोगों को रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट में रेस्क्यू किया

रिस्पॉन्स टाइम (अप्रैल)

अर्बन एरिया- 15.25 मिनट

रूरल एरिया- 27.04 मिनट

मार्च में

अर्बन एरिया- 18.50 मिनट

रूरल एरिया- 28.59 मिनट

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बरसात में सड़कों पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। साथ ही आपदा से भी निपटना होता है। ऐसे में एम्बुलेंस में रेस्क्यू इक्यूपमेंट भी रखे जाएंगे, जिससे किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटा जा सके।

अनिल शर्मा, जीएम प्रोजेक्ट, कैंप

Posted By: Inextlive