-पटेलनगर थाने में बुजुर्ग महिला ने अपनी बेटी और भांजे पर ही लाखों रुपये और मकान हड़पने का केस कराया रजिस्टर

-विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये ठगे, साइबर फ्रॉड के दो केस समेत पांच बड़े फ्रॉड के मामले दर्ज

देहरादून,

वेडनसडे दून में द फ्रॉड डे की तरह सामने आया जब दून में पांच बड़े फ्रॉड के मामले सामने आए। साइबर और लैंड फ्रॉड के मामले तो सामने आए, लेकिन वेडनसडे को पटेलनगर थाने में एक मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने अपनी बेटी और भांजे पर ही लाखों रुपये और मकान हड़पने का केस रजिस्टर करवाया है। एक तरफ तो बुजुर्ग महिला अपने मानसिक रूप से बीमार पति की बीमारी से परेशान है। दूसरी तरफ बेटी के मकान और पैसों के हड़पने के बाद अब महिला अपना पक्ष रखने से भी डरी और सहमी हुई है। इधर वेडनसडे को दून के चार थानों में फ्रॉड के पांच केस रजिस्टर हुए हैं। जिनमें एक बार फिर गूगल पे और इंस्टाग्राम के जरिए पैसे हड़पने के मामले सामने आए हैं।

केस 1-

पति की बीमारी से परेशान बुजुर्ग महिला के साथ बेटी ने किया फ्रॉड

पटेलनगर थाना इलाके के सेवलाकलां निवासी अमृत कौर अपने पति हरभजन सिंह के साथ रहती है। बुजुर्ग महिला ने पुलिस को कंप्लेन देकर बताया कि उनकी बेटी हरजीत व भांजे अमन ने उनके पैसे और मकान हड़प लिए हैं। आरोप है कि उनके सहकारी बैंक के खाते से धोखाधड़ी कर करीब 23 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। साथ ही उनका मकान भी धोखे से अपने नाम करा लिया। उनके दामाद की 2017 में मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद से उनकी बेटी अक्सर उन पर पैसों के लिए दबाव बनाती थी। इतना ही नहीं महिला ने पुलिस को दी कंप्लेन में बताया कि उनकी बेटी उनके साथ मारपीट भी करती है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम ने जब पीडि़ता से बातचीत करनी चाही तो महिला की देखभाल कर रहे पुरुष अधिकार संरक्षण फोरम के अध्यक्ष अजय कौशिक ने बताया कि पीडि़ता के तीन बेटी और एक बेटा है। बेटा पंजाब में रहता है, जबकि दो बेटियां यूपी में रहती हैं। तीसरी बेटी हरजीत की शादी डोईवाला में हुई थी, जिसके दो बच्चे हैं। इसके बाद हरजीत ने अपने पैरेंट्स को अपने साथ मायके बुला लिया, लेकिन बुरा बर्ताव करने लगे। हरजीत सिंह के पिता हरभजन सिंह की नकरौंदा में 2017 से पहले जमीन थी, जिस पर वे खेतीबाड़ी करते थे, यहां की जमीन बेचकर उन्होंने सेवलाकलां में मकान ले लिया। लेकिन उनकी बेटी हरजीत व भांजे अमन ने बुजुर्ग पैरेंट्स के साथ धोखे से मकान और पैसे हड़प लिए। अजय कौशिक का कहना है कि पीडि़ता अमृत कौर के पति हरभजन सिंह मानसिक रूप से बीमार है, जिस वजह से पीडि़ता पहले से ही परेशान हैं, इधर बेटी ने बुजुर्ग पैरेंट्स के बुढ़ापे के लिए रखा गया खर्चे का पैसा भी अपने नाम कर लिया है, जिससे बुजुर्ग पैरेंट्स के खाने तक के लाले पड़ गए हैं। पीडि़ता ने डीआईजी अरुण मोहन जोशी से लेकर एसपी सिटी के ऑफिस में तक इस मामले की कंप्लेन दर्ज कराई। इसके अलावा सीनियर सिटीजन सेल में भी कंप्लेन दर्ज की। इसी के आधार पर अब पटेलनगर थाने में कंप्लेन दर्ज कर आईएसबीटी चौकी प्रभारी विवेक भंडारी को जांच सौंपी गई है।

केस 2-

कोरोना पीडि़त बताकर क्यूआर कोड से एक लाख रुपये उड़ाए

कोरोना पीडि़त बनकर एक शातिर ने क्लेमेंटटाउन निवासी महिला को एक लाख रुपये की चपत लगा दी। शातिर ने महिला की दोस्त का भाई बनकर गूगल पे के माध्यम से पैसे मंगाए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। टर्नर रोड निवासी मनोज राणा ने बताया कि उनकी पत्नी को किसी ने परिचित बनकर कॉल किया। आरोपी ने खुद को उनकी परिचित टीचर का भाई बताया। कहा कि वह कोरोना पॉजिटिव है। उसके पास क्रेडिट कार्ड है, लेकिन वह एटीएम तक नहीं जा सकता। आरोपी ने झांसा दिया कि वह अपने किसी परिचित से उनके अकाउंट में रकम डलवा देगा। आरोप है कि पीडि़ता के फोन पर उसने एक क्यूआर कोड भेजा और स्कैन करने को कहा। महिला ने जैसे ही कोड को स्कैन किया, उनके अकाउंट से गूगल पे के माध्यम से 25 हजार, 25 हजार व 50 हजार तीन बार में एक लाख रुपये निकल गए। जब महिला ने अपनी परिचित टीचर से पूरी जानकारी ली तो फ्रॉड होने की बात सामने आ गई।

केस 3-

विदेश में नौकरी की चाहत, जमा पूंजी गंवाई

क्लेमेंटटाउन इलाके में अकाउंटेंट की प्राइवेट नौकरी करने वाले एक युवक को सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर एक कंपनी ने लाख रूपए ठग लिए। टूर एंड ट्रैवल कंपनी के झांसे में आकर युवक ने अपनी जमापूंजी भी गंवा दी। कैंट थाने में रविंद्र सिंह निवासी सोसायटी एरिया, क्लेमेंटटाउन ने कंप्लेन दर्ज कराई। बताया कि निर्मल सिंह व राजपाल सिंह की फास्ट-वे नाम से टूर एंड ट्रेवल कंपनी है, जिसका ऑफिस बल्लूपुर में है। आरोपियों ने पीडि़त को बताया कि वे विदेश भेजने और वहां नौकरी लगवाने का कार्य करते हैं। पीडि़त को सिंगापुर में इंटर कॉन्टिनेंटल होटल एंड रिसॉर्ट में अकाउंट ऑपरेटर की जॉब दिलाने का झांसा दिया। जिसके बदले पीडि़त से 40 हजार रुपये नकद और 60 हजार रुपये चेक के माध्यम से खाते में डलवाए। साथ ही पीडि़त का पासपोर्ट भी अपने पास रख लिया। पीडि़त ने बताया कि यह कंपनी फर्म पिछले 15 दिनों से बंद है। आरोपियों का फोन भी स्विच ऑफ है। जो कि पंजाब के बताए जा रहे हैं। जिन्होंने दून में कंपनी खोलकर कई युवतियों को ऑफिस संभालने के लिए रखा है।

केस 4-

इंस्टाग्राम पर दोस्ती, गिफ्ट के नाम पर 1.65 ठगे

जोगीवाला निवासी एक युवती को इंस्टाग्राम पर एक व्यक्ति ने पहले दोस्ती की बाद में एक लाख, 65 हजार रुपये का चूना लगा दिया। बताया गया कि पीडि़ता को विदेश से गिफ्ट भेजने के नाम पर व्यक्ति ने पैसे लिए। नेहरू कॉलोनी थाने में केस दर्ज किया गया है। इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, ¨रग रोड जोगीवाला निवासी सृष्टि पालीवाल ने शिकायत दर्ज कराई, उन्होंने पुलिस को बताया कि इंस्टाग्राम पर एक अनजान व्यक्ति से उसकी दोस्ती हुई। व्यक्ति ने बताया कि वह यूके में रहता है। काफी समय तक दोनों की मैसेज और फोन कॉल के माध्यम से बात होती रही। कुछ समय पहले आरोपी व्यक्ति ने उसे एक महंगा गिफ्ट भेजने की बात कही। आरोपी ने एयरपोर्ट पर गिफ्ट पहुंचने पर कस्टम ड्यूटी भरने को कहा। युवती से कहा गया कि वह पार्सल लेने के लिए एक लाख, 65 हजार रुपये ड्यूटी के तौर पर भेजे। आरोपी ने युवती से अलग-अलग अकाउंट में रकम ट्रांसफर करा दिए, लेकिन इसके बाद युवती को कोई गिफ्ट नहीं मिला। इसके बाद पीडि़ता से संपर्क ही बंद कर दिया है।

केस 5-

नगर पालिका की जमीन पर फर्जीवाड़ा

मसूरी नगर पालिका परिषद की भूमि को नियमों के विपरीत बेचने और उस पर फिलिंग स्टेशन का निर्माण करने के मामले में पुलिस ने चार व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पालिका के कर अधीक्षक गिरीश चंद्र सेमवाल की तहरीर के अनुसार वर्ष 1993 में तत्कालीन अध्यक्ष ने पालिका की संपत्ति रोटरी क्लब को किराये पर दी थी। वर्ष 2007 में रोटरी क्लब ने नियमों के विपरीत जाकर ओम फिलिंग स्टेशन के संचालक सुनील कुमार गोयल के साथ एक समझौता कर दिया, ताकि वह इस पर काबिज हो सकें। वर्ष 2010 में क्लब के तत्कालीन अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार व सचिव शरद गुप्ता ने भूमि की रजिस्ट्री फिलिंग स्टेशन के संचालक सुनील गोयल के भाई संजय गोयल के नाम पर कर दी। इस तरह फिलिंग स्टेशन की जद में पूरी भूमि ले ली गई। साथ ही पालिका के सार्वजनिक शौचालय पर भी कब्जा कर लिया गया। पहले भी एक कंप्लेन पर तत्कालीन तहसीलदार सदर एमसी रमोला की जांच में भी पालिका की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया था। इसके बाद मंडलायुक्त रविनाथ रमन ने एसआईटी (भूमि) को मामले की जांच सौंपी थी। एसआईटी ने भी जांच में पाया कि नगर पालिका की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। लिहाजा, हाल में हुई एसआईटी भूमि की बैठक में मंडलायुक्त ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज करने को कहा था। वेडनसडे को पालिका के कर अधीक्षक ने एसएसपी कार्यालय को तहरीर सौंपी और देर शाम तक ही मसूरी पुलिस ने प्रकरण में उक्त चारों व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।

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फ्रॉड से कैसे बचें-

सीनियर सिटीजन के लिए-

-किसी अनजान व्यक्ति से हेल्प न लें।

-अगर बच्चों पर शक हो, तो उनको भी संपत्ति या अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी न दें।

-किसी परिजन की सहायता लें, जिस पर विश्वास किया जा सके।

-अकाउंट और डॉक्यूमेंट को समय-समय पर चेक करते रहें।

-किसी के कहने पर डॉक्यूमेंट पर तुरंत साइन न करें, अपना समय लें।

-किसी परिचित को विश्वास में लेकर ही पैसों का लेनदेन करें।

-किसी भी तरह का शक होने पर पुलिस से सीधे संपर्क रखें।

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सभी के लिए-

-डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लेनदेन करने से पहले बारीकी से जांच करें।

-अनजान व्यक्ति से चैट या कॉल पर बात न करें।

-परिचित बनकर कॉल करने वालों को क्रॉस चेक करें।

-किसी भी हाल में जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें।

-कंसर्न व्यक्ति से सीधे फोन या संपर्क कर ही फैसला लें।

-साइबर सिक्योरिटी प्रिकॉशंस का पालन करें।

-सोशल मीडिया पर अपनी पहचान को सार्वजनिक न करें।

-किसी भी तरह की परेशानी लगे तो साइबर सेल को कंप्लेन करें।

-किसी भी हाल में अपने बैंक या एटीएम की डिटेल्स शेयर न करें।

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60 वर्ष से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन के साथ भी अगर कोई समस्या है, या कोई आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा हो, फ्रॉड हुआ हो तो दून पुलिस के सीनियर सिटीजन सेल में कंप्लेन कर सकते हैं। अनजान लोगों से बचकर रहें। पुलिस से सीधे संपर्क रखें।

नदीम अख्तर, प्रभारी सीनियर सिटीजन सेल

Posted By: Inextlive