-हरियाणा का बिजनेसमैन पंजाब से हुआ अरेस्ट, पंजाब और यूपी से गिरोह के अन्य सदस्य भी दबोचे

-शातिर ने दोस्तों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री के योजना के पोस्टर छपवाकर 100 से ज्यादा लोगों को लगाया चूना

देहरादून,

कपड़ों के बिजनेस से कर्ज में डूबे एक बिजनेसमैन को लोन के लिए आई एक कॉल ने शातिर फ्रॉड मास्टरमाइंड बना दिया। शातिर ने दोस्तों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री के योजना के पोस्टर छपवाकर 100 से ज्यादा लोगों को चूना लगा दिया। दून पुलिस ने पंजाब से शातिर ठगों को अरेस्ट कर मामले का खुलासा कर दिया है।

फर्जी सिम से लोगों को लेते थे झांसे में

पकड़े गए ठगों के गिरोह का मास्टरमाइंड साहिल गोयल निकला, जिसने अपने दोस्त नवीन गुणपाल के साथ पूरी प्लानिंग की। साहिल गोयल का हिसार हरियाणा में कपड़ों का कारोबार था, जिसमें उसे लागातार घाटा होता चला गया। जब वह बुरी तरह से कर्ज मे डूब गया था, तो वह लोन के लिए ट्राई करने लगा। उसी दौरान उसके पास लोन उपलब्ध कराने के सम्बन्ध मे एक कॉल आई तो आरोपीको भी इसी प्रकार कॉल कर ठगी करने का विचार आया। इसके बाद साहिल गोयल ने नवीन गुणपाल के साथ लोगों को ठगने की प्लानिंग बना डाली। इस प्लान को पूरा करने के लिए उन्होंने मोबाइल और सिम का जुगाड़ करना शुरू किया जिसके लिए प्रवीण कुमार निवासी जिरखपुर पंजाब और बरेली यूपी के रहने वाले मंजीत चौधरी, जयगंगवार, सोहन लाल से दोस्ती कर ली। ये सभी साहिल और नवीन को फर्जी सिम उपलब्ध कराने लगे। फर्जी सिमों से इंश्योरेंस पॉलिसी व लोन के सम्बन्ध में कस्टमर्स को लोन लेने और बंद इंश्योरेंस पॉलिसी को दुबारा चालू करने के लिए कंडीशंस बताई जाती थी। यदि कोई कस्टमर इंश्योरेंस पॉलिसी में इंट्रेस्ट दिखाता तो उससे सिक्योरिटी मनी का झांसा देकर बैंक अकाउंट में धनराशि डिपॉजिट करवाई जाती थी। इतना ही नहीं आरोपियों द्वारा प्रधानमंत्री योजना के द्वारा आधार कार्ड लोन, पर्सनल होम लोन व बिजनेस लोन उपलब्ध कराने से सम्बन्धित फर्जी पोस्टर भी छपवा लिए। जिसे उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश में भी चिपकाए गए। इस दौरान करीब 120 लोगों द्वारा आरोपियों से सम्पर्क किया गया। जिनसे लाखों रुपये ठगे गए।

एसपी सिटी और दो सीओ ने संभाला मोर्चा

बीते चार दिसंबर को पुलिस को आढ़त बाजार की दीवारों पर प्रधानमंत्री योजना के अन्तर्गत आधार कार्ड लोन, पर्सनल लोन व बिजनेस लोन के पोस्टर के बारे में सूचना मिली, जिन्हें क्रॉस चेक करवाया गया तो फर्जी निकले। इस पर डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने तुरंत एक्शन लेते हुए कोतवाली में केस रजिस्टर करने के निर्देश दिए। केस रजिस्टर करने के बाद एसपी सिटी के डायरेक्शन में सीओ सिटी और सीओ नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में टीमें गठित की गई। जांच शुरू करते ही पुलिस टीम ने सबसे पहले पोस्टर्स में दिए गए मोबाइल नंबर की डिटेल खंगालनी शुरू की। पुलिस को इन नंबर की लोकेशन और नंबर यूज करने वालों के बारे में इनपुट मिलते ही यूपी, पंजाब और हरियाणा में दबिश दी गई।

लोकेशन बदलती रही, पुलिस दबिश देती रही

पुलिस टीमों ने जिन लोगों से इस गिरोह ने फ्रॉड किया है, उन लोगों से भी पूछताछ शुरू की गई। पुलिस पूछताछ में लगातार आरोपियों की लोकेशन बदलती गई, जिसका पुलिस द्वारा लगातार फॉलो किया गया। पुलिस को जैसे ही गिरोह के मास्टरमाइंड साहिल गोयल निवासी ग्राम हांसी जिला हिसार हरियाणा के बारे में इनपुट मिला, उसे तुरंत पीर मुछला रोड ढकोली पंजाब से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद गिरोह के दूसरे सदस्यों नवीन गुणपाल निवासी ग्राम जाडंली कला थाना फतियाबाद हरियाणा हाल निवासी ढकोली पंजाब को भी गिऱफ्तार किया गया। यूपी रवाना हुई टीम द्वारा मुरादाबाद, बरेली, नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद दबिश दी गई। टीम ने आरोपियों को फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले पवन सिंह उम्र 26 वर्ष और शरदवीर सिंह निवासी थाना फतेहगंज पश्चिम जिला बरेली यूपी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया।

फ्रॉड के मामलों में गंभीरता से एक्शन लिया जा रहा है। पुलिस टीमों को अपने स्तर से भी फ्रॉड के मामलों में किसी भी सूचना पर एक्शन लेने के डायरेक्शन दिए गए हैं।

अरुण मोहन जोशी, डीआईजी

Posted By: Inextlive