- एसटीएफ ने दबोचे गिरोह के 3 शातिर, रिटायर्ड आर्मी पर्सन भी गिरोह में

- फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर अब तक 100 से अधिक युवाओं को भेज चुके विदेश

देहरादून,

दून में आर्मी के फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर बेरोजगारों को विदेश पहुंचाने वाले गिरोह का भांडाफोड हुआ है। एसटीएफ की टीम ने 3 शातिरों को अरेस्ट किया है। जिनमें एक रिटायर्ड आर्मी पर्सन और एक प्रिंटिंग प्रेस वाला शामिल हैं। तीनों गिरोह की तरह काम कर नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं को रिटायर्ड आर्मी पर्सन बनाकर अफगानिस्तान, पाकिस्तान, दुबई व इराक भेजते थे।

विक्की ढ़ूंढता था कैंडीडेंट

एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दून में कुछ लोग आर्मी के फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर युवाओं को विदेश में नौकरी के लिए भेज रहे हैं। एसटीएफ व आर्मी इंटेलिजेंस की ज्वॉइंट टीम ने दूधली रोड मोथरोवाला निवासी विक्की थापा के बारे में इनपुट जुटाए जो ऐसे जरूरतमंद युवकों को विदेश में नौकरी के नाम पर तैयार करता है। इसके बाद टीम ने विक्की के साथी राजपुर क्षेत्र का जोहड़ी गांव निवासी रघुबीर के घर पर दबिश दी।

रघुवीर के घर से चलता था फर्जी ऑफिस

पूछताछ में इनपुट मिले कि रघुबीर सिंह खुद आर्मी से रिटायर्ड है। जो कि 2008 से 2013 तक ग्राम जोहड़ी का प्रधान भी रह चुका है। रघुवीर सिंह के घर से आर्मी के कुछ डॉक्यूमेंट, 20 फर्जी स्टैंप व 90 आर्मी की डिस्चार्ज बुक, जिनमें 44 बुक भरी हुई थी, बरामद की। रघुबीर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह आर्मी के फर्जी डॉक्यूमेंट भैरवदत्त कोटनाला की बंजारावाला स्थित ओम जय श्री प्रिंट एंड स्टेशनरी नाम की प्रिंटिंग प्रेस से तैयार कराए जाते हैं। पुलिस ने भैरवदत्त के घर पर जाकर उससे प्रिंटिंग प्रेस से कंप्यूटर की जांच पड़ताल की। जिससे आर्मी के डॉक्यूमेंट की प्रिंटिंग होने की पुष्टि हुई।

भैरव दत्त प्रिंट करता था डॉक्यूमेंट

पुलिस को प्रिंटिंग प्रेस से आर्मी की प्रिंट पुस्तकें बरामद हुई। एसटीएफ ने विक्की निवासी दूधली, रघुवीर सिंह निवासी जोहड़ी राजपुर व भैरवदत्त कोटनाला निवासी पंचायत भवन रोड बंजारावाला को अरेस्ट किया।

ये किया बरामद

100 खाली डिस्चार्ज बुक आर्मी की

135 सर्टिफिकेट

8 सर्विस बुक भरी हुई

67 सर्विस बुक खाली

59 डिस्चार्ज बुक नीली

92 अन्य बुक

20 मुहरें सेना के अफसरों की

2 पैड

4 मोबाइल

1 कंप्यूटर

40-50 हजार दो, आर्मी कार्ड लो

पूछताछ में कुछ प्लेसमेंट एजेंसी के नाम भी सामने आए हैं, जिनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। अब तक हुई जांच में सामने आया है कि आरोपी सेना के फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर अब तक 100 से अधिक लोगों को विदेश भेज चुके हैं। एसटीएफ व आर्मी इंटेलीजेंस अब इस गिरोह द्वारा विदेश भेजे जा चुके लोगों के बारे में इनपुट जुटा रही है। साथ ही आरोपियों के बैंक अकाउंट भी खंगाली जा रही है। पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि एक युवक से फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करवाने के 40 से 50 हजार रुपए लिए जाते थे। लेकिन विदेश भेजने के दूसरे खर्चे को लेकर इनपुट जुटाए जा रहे हैं।

फर्जी पासपोर्ट भी तैयार कराने का दावा

एसटीएफ की टीम को आरोपियों से फर्जी पासपोर्ट बनाए जाने की बात भी सामने आई है। ऐसे में पुलिस आरोपियों द्वारा भेजे गए लोगों के दूसरे देश में राष्ट्रविरोधी व आतंकवादी संगठनों से तार जुड़े होने को लेकर भी जांच शुरू कर दी है। जो कि विदेश भेजे गए लोगों के बारे में जानकारी होने के बाद ही पता चल पाएगा।

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जिन लोगों को आरोपियों ने विदेश भेजा है, उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। मामला गंभीर है। सभी इनपुट पर बारीकी से काम किया जा रहा है।

अजय सिंह, एसएसपी, एसटीएफ

Posted By: Inextlive