- गिरोह ने हरिद्वार, कनखल, पिथौरागढ़ और उत्तर प्रदेश के बरेली के 28 बेरोजगारों को बनाया शिकार

- तीन महीने तक कराई ट्रेनिंग, ज्वाइ¨नग के लिए लखनऊ बुलाने के बाद हो गए फरार

ARIDWAR: रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायत में बताया गया कि गिरोह ने हरिद्वार, कनखल, पिथौरागढ़ और उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले करीब 28 बेरोजगार युवाओं को अपना शिकार बनाया। ठगों ने पैसा ठगने के लिए युवाओं को बाकायदा तीन माह तक हावड़ा (पश्चिम बंगाल) में ट्रे¨नग भी कराई। ज्वाइ¨नग के लिए लखनऊ बुलाने के बाद ठग उन्हें छोड़कर फरार हो गए।

हावड़ा में कराई गई ट्रे¨नग

कनखल की संदेशनगर कॉलोनी निवासी चारु चंद्र कोठारी काफी वर्षों से पंडिताई करते आ रहे हैं। दो साल पहले उनकी मुलाकात राजवीर सिंह उर्फ भूपेंद्र निवासी ग्राम खेड़ा, इस्लामपुर, जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) से हुई थी। राजवीर ने चारु चंद्र को अपने घर पूजा-पाठ के लिए बुलाया। इसके बाद उनके बीच संपर्क बना रहा। राजवीर ने उन्हें बताया कि अच्छी जान-पहचान होने के चलते वह रेलवे में नौकरी लगवा सकता है। उसने आरएन सिंह, दानिश और शंकर घोष आदि लोगों को रेलवे में कार्यरत अधिकारियों के तौर पर मिलवाया। चारु चंद्र के बेटे हिमांशु कोठारी सहित पिथौरागढ़ व बरेली निवासी रिश्तेदार मनीष कोठारी, गिरीश जोशी, केशव वशिष्ठ, प्रभाकर शर्मा और अन्य लोगों से अलग-अलग किश्तों में एक करोड़ से ज्यादा रुपये ले लिए। नवंबर 2018 से फरवरी 2019 तक हावड़ा में इन सभी की ट्रे¨नग कराई गई। पांच जून को उन्हें लखनऊ बुलाकर बकाया रकम लेकर कुछ देर ठहरने के लिए कहा और फरार हो गए। इस मामले में पीडि़तों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। मंगलवार को कनखल थाने में राजवीर सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। कनखल थानाध्यक्ष हरिओम राज चौहान ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

Posted By: Inextlive