-स्पैक्स संस्था का दावा, 125 सैंपल्स में 94 परसेंट सैंपल मानकों के अनुरूप नहीं मिले

देहरादून,

दून में निवास कर रहे मंत्रियों, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों तक के घर में पीने लायक पानी नहीं रहा। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, विधायक खजान दास, मेयर सुनिल उनियाल गामा, डीएम, एसएसपी समेत सिटी के कई प्रमुख व्यक्तियों के घर पर आने वाले पानी में क्लोरीन की मात्रा सामान्य से पांच गुना तक अधिक पाई गई है।

क्लोरीन, फीकल कालीफार्म व कठोर पानी

सोसायटी आफ पोल्यूशन एंड एनवायरमेंट कंजर्वेशन साइंटिस्ट (स्पैक्स) की एनुवल रिपोर्ट में ये चौंकाने वाला सच सामने आया है। स्पैक्स के सचिव डा। बृजमोहन शर्मा के मुताबिक इस वर्ष स्पैक्स ने जन-जन को शुद्ध जल अभियान के तहत दून में 125 स्थानों से पेयजल के 125 सैंपल कलैक्ट किए। जिनमें 94 परसेंट सैंपल मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए। कहीं क्लोरीन ज्यादा होने, कहीं फीकल कालीफार्म व कठोरता के कारण पानी पीने लायक नहीं है। आम लोगों के साथ ही इस बार मंत्रियों, विधायक और अधिकारियों के घरों से भी पानी के सैंपल लिए गए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डा। बृजमोहन शर्मा ने बताया कि मंत्री, विधायक और अधिकारियों के घर में पहुंच रहे पानी में क्लोरीन पांच से सात गुना अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार 125 नमूनों में से केवल सात स्थानों पर ही क्लोरीन की मात्रा मानकों के अनुरूप पाई गई। छह स्थानों पर क्लोरीन मानकों से सात गुना ज्यादा प्राप्त हुई। जबकि 53 स्थानों में क्लोरीन मानक से तीन गुना ज्यादा और 49 स्थानों में क्लोरीन मिला ही नहीं।

ये हैं मानक::

-100 मिली लीटर पानी में मैक्सीमम 10 मोस्ट प्रोबेबल नंबरर(एमपीएनन) ही मिला होना चाहिए

-फीकल कालीफार्म की मात्रा भी बिल्कुल नहीं होना चाहिए।

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पानी की क्वालिटी सुधार में हो काम

डा। शर्मा के मुताबिक दून में पानी कठोर है। लेकिन इसकी क्वालिटी सुधार के लिए कोई काम नहीं हो पा रहा है। पानी की क्वालिटी सुधारने के लिए ज्यादा मात्रा में क्लोरीन की मिलावट की जा रही है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। डाक्टरों के अनुसार पानी की क्वालिटी खराब होने के कारण बच्चों में कई रोगों की शिकायत आ रही है।

कठोर पेयजल के साइड इफैक्ट्स

- बाल और स्किन पर असर।

- पथरी होने की संभावना

- लीवर, किडनी, आंखे, हड्डी के जोड़ और पाचन पर असर

- नहाने, कपड़े व बर्तन धोने में पानी का ज्यादा यूज

- गीजर, पानी की टंकी, पाइप लाइन में चौक की दिक्कत

फीकल कालीफार्म से साइड इफैक्ट्स

- पेट में कीड़े व अन्य रोग

- हैजा, दस्त, पीलिया, उल्टी, हेपेटाइटस-बी का खतरा

क्लोरीन से साइड इफैक्ट्स

-बाल सफेद

-स्किन बूढ़ी

-स्किन का सूखना

-कपड़ों के कलर जाना

-अलसर व कैंसर का डर

सावधानियां बरतने की जरूरत

- पानी में क्लीरीन की मात्रा अधिक होने पर कम से कम चार घंटे तक पानी का इस्तेमाल न करें

- सुपर क्लोरिनेशन होने पर 6 छह से 12 घंटों तक पानी का यूज न करें

- पानी में फीकल कालीफार्म आ रहा हो तो यूज करने से पहले 12 मिनट तक उबाल लें।

Posted By: Inextlive