गढ़ी कैंट बोर्ड के कार्यालय परिसर की जर्जर बिल्डिंग स्मार्ट कैंट बोर्ड बनाने के दावे को झूठला रही है। इन दिनों यहां बिल्डिंग में लंबी-लंबी घास उग आई है। यही नहीं यहां बिल्डिंग के परिसर की भी हालत बहुत खराब है। इसके साथ सार्वजनिक शौचालय में इतनी गंदगी रहती है कि इसमें जाने से लोग कतरा रहे हैं। पार्किंग के टीनशेड में भी जगह-जगह होल हो गए है। इसके साथ ही फैला गंदगी का अंबार यहां की बदहाल स्थिति की कहानी बयां कर रही है। जबकि वहीं दूसरी ओर गढ़ी कैंट बोर्ड स्मार्ट कैंट बोर्ड बनाने का दावा कर रहा हैं।

देहरादून (ब्यूरो)। गढ़ी कैंट बोर्ड अपनी बिल्डिंग का रख रखाव भी ठीक से नहीं कर पा रहा हैं। कैंट क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। लोग लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं। लेकिन, अधिकारी इसको प्राथमिकता नहीं मानते हैं। यही वजह है कि दिन पर दिन कैंट क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगता जा रहा है। कैंट बोर्ड के गेस्ट हाउस की स्थिति भी जर्जर हो चुकी है।

टॉयलेट में गंदगी का अंबार
कैंट बोर्ड में बने सार्वजनिक शौचालय की भी समय से सफाई न होने के कारण यहां गंदगी का अंबार बना रहता है। जिसके कारण यहां सार्वजनिक शौचालय में जाने के बाद लोग नाक बंद कर बाहर आने का मजबूर है। यही नहीं शौचालय में फैली गंदगी लोगों को बीमारी होने का खतरा भी बढ़ा रही हैं।

प्लान हो रहे फेल
कैंट बोर्ड एक ओर लगातार दूसरों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहा है। वहीं दूसरी ओर कैंट बोर्ड की बिल्डिंग में भी गंदगी का अंबार फैला हुआ हैं। शौचालय में भी गंदगी पसरी हुई।

ये मिली कमियां
-कैंट बोर्ड की बिल्डिंग में उगी बड़ी-बड़ी घास
-सार्वजनिक शौचालय में मिला गंदगी का अंबार।
-पार्किंग के टीन शेड में हुए बड़े-बड़े होल।
-कैंपस में बड़ा विशालकाय सूखा लंबा पेड़ मिला, दे रहा हादसे को न्यौता।

हम कई बार कैंट बोर्ड को इस विषय में शिकायत कर चुके है। लेकिन, कई प्रयास के बाद भी टॉयलेट की सफाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में यहां पहुंचे लोग वॉशरूम का इस्तेमाल करें कैसे।
मोहित ग्रोवर, निवासी कौलागढ़

यहां विशालकाय सूखा पेड़ है। जो कभी भी बड़े हादसे को दावत दे सकता है। बोर्ड के अधिकारियों को चाहिए कि वे इसे समय से हटाए जिससे हादसे को टाला जा सके।
सुमन, निवासी कैंट बोर्ड

अभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए एस्टीमेट भी मंगाया गया है। जल्द ही व्यवस्था को सुचारु किया जा सकेगा।
अभिनव कुमार, सीईओ गढ़ी कैंट बोर्ड
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Posted By: Inextlive