मंडे को ऋषिकेश में एक सरकारी डॉक्टर ड्यूटी टाइम में अपना प्राइवेट क्लीनिक चलाता मिला। डॉक्टर अपने मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर पर अल्ट्रासाउंड करता पकड़ा गया। पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत डायग्नोस्टिक सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है। इसके साथ ही डॉक्टर के खिलाफ प्रशासन ने विभागीय कार्रवाई के साथ ही लीगल एक्शन लेने की डीएम से संस्तुति की है।

देहरादून, ब्यूरो:
डीएम सोनिका को लगातार डॉक्टर द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस की कंप्लेन मिल रही थी। कंप्लेन में बताया जा रहा था कि ऋषिकेश राजकीय अस्पताल में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट डा। यूएस खरोला अस्पताल के मरीजों को अपने निजी क्लीनिक पर भेजकर अल्ट्रासाउंड करा रहे हैं। शिकायत का संज्ञान लेते हुए मंडे सुबह डीएम के निर्देश पर एसडीएम ऋषिकेश ने राजकीय अस्पताल में छापा मारा। इस दौरान आरोप सही पाए जाने पर आरोपी डॉक्टर के मन्नत डायग्नोसिस सेंटर को भारी पुलिस फोर्स के साथ सील किया।

अस्पताल खाली, क्लीनिक पर भीड़
मंडे को एसडीएम ऋषिकेश ने राजकीय अस्पताल ऋषिकेश में रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट का निरीक्षण किया। इस दौरानरेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉक्टर खरोला का कक्ष खाली मिला। ड्यूटी पर तैनात कार्मिक शैली पंवार ने जानकारी दी कि डॉक्टर काफी समय से अस्पताल में नहीं है। अभिलेखों का निरीक्षण किया गया तो दो पंजिकाएं प्रस्तुत की गईं, जिनमें 8 और 26 मरीज दर्ज मिले, जबकि मौके पर एक भी मरीज नहीं पाया गया। इसके बाद एसडीएम जब टीम के साथ खरोला के निजी क्लीनिक मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर देहरादून रोड ऋषिकेश में छापा मारने पहुंचे, तो वहां बड़ी संख्या में मरीज और तीमारदार बैठे मिले।

ड्यूटी टाइम पर प्राइवेट क्लीनिक
डीएम सोनिका ने अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर विशेष निगरानी बनाये रखने और किसी भी शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए गए। देहरादून रोड ऋषिकेश में स्थित मन्नत डायग्नोसिस सेंटर की लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि वहां पर डॉ। राजकीय चिकित्सालय के रेडियोलॉजिस्ट यूएस खरोला द्वारा सरकारी समय में क्लीनिक संचालित किया जाता है तथा सरकारी चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को अपने निजी चिकित्सालय में भेजा जाता है। निजी चिकित्सालय के माध्यम से इलाज किया जाता है। इसके अलावा पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत भी शिकायतें मिल रही थी, जिस पर डीएम ने एसडीएम ऋषिकेश को विशेष निगरानी बनाए रखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

ऐसे पकड़ी डॉक्टर की चोरी
डीएम के निर्देश पर एसडीएम ऋषिकेश ने मंडे सुबह तहसील ऋषिकेश की महिला कर्मचारी लक्ष्मी धनाई आौर प्रेरणा भट्ट को मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर में मरीज बनाकर जांच और परीक्षण के लिए भेजा। इसके बाद एसडीएम आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि डॉ। यूएस खरोला राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश के बाहर संचालित अपने निजी क्लीनिक में गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच एवं परीक्षण कर रहे हैं। 12:40 बजे डॉ। खरोला रूपा पत्नी निर्मल सिंह निवासी चंद्रेश्वरनगर ऋषिकेश का अल्ट्रासाउंड करते हुए अल्ट्रासाउंड कक्ष में पाए गए, जबकि इस समय डॉ.खरोला की उपस्थिति राजकीय चिकित्सालय में होनी चाहिए थी।
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Posted By: Inextlive