देहरादून,

जौनसार में आयोजित होने वाले ग्यास पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। हालांकि कोरोना महामारी को लेकर ग्यास पर्व पर होने वाले धार्मिक आयोजन पर रोक लगाई थी, सिर्फ शाही स्नान के लिए देवपालकी को मंदिर से बाहर लाने का कार्यक्रम था, लेकिन पर्व मनाने दूर-दराज के कई गांवों से आए सैकड़ों लोग लोकनृत्य की प्रस्तुति के साथ देव आराधना की।

स्नान के लिए निकालीं देवपालकी

ग्यास पर्व में मंदिर के गर्भगृह से भगवान परशुराम व मां रेणुका जी की देव पालकी को एक साथ शाही स्नान के लिए बाहर निकाला गया। श्रद्धालुओं ने जयकारे के साथ दोनों देव पालकी को गाजे-बाजे के साथ स्नान के लिए प्राचीन देव कुंड में ले गए। श्रद्धालुओं ने देव पालकी के दर्शन कर घर परिवार की मनौती मांगी। मेला न लगने की वजह से भंडारे की व्यवस्था नहीं की गई। बोहरी गांव में भगवान परशुराम व मां रेणुका जी का प्राचीन मंदिर है। यहां हर साल नवंबर में बड़े धूमधाम से ग्यास पर्व मनाया जाता है।

Posted By: Inextlive