- कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क हुआ जिला प्रशासन

- रोजाना 50 हजार आरटीपीसीआर जांच के हाईकोर्ट के आदेशों का कड़ाई से नहीं हो रहा अनुपालन

HARIDWAR: कुंभ मेले की शुरुआत के साथ ही जिला प्रशासन कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क हो गया है। हालांकि रोजाना 50 हजार आरटीपीसीआर जांच के हाईकोर्ट के आदेशों का कड़ाई से अनुपालन नहीं हो रहा है। शुक्रवार को सीसीआर में कोरोना संक्रमण से निपटने आदि विषयों पर अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सीएमओ डॉ। एसके झा को कोरोना जांच की संख्या और अधिक बढ़ाने और अधिक पॉजिटिव केस वाले क्षेत्र में मानक अनुसार कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच को उपलब्ध्य संसाधन और क्षमता के आधार पर और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष सैंप¨लग, कोविड केयर सेंटर संचालन, होम आइसोलेशन, पीआरडी स्वयंसेवकों की तैनाती आदि विषयों पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा के बाद इन सभी कार्यों को शत फीसद क्षमता और संसाधनों के साथ पूरा करने को निर्देशत किया। कुंभ मेला क्षेत्र और आसपास के सभी कोविड कंट्रोल रूम को सक्रिय करने के साथ प्रत्येक सीसीसी को सुविधा संपन्न बनाने के निर्देश नोडल अधिकारियों को रोजाना देने को कहा।

कुंभ की एसओपी में दी जाए ढील: अखाड़ा परिषद

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कुंभ के लिए जारी स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) में ढील देने की मांग की है। परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य करना तो उचित है, लेकिन वेबसाइट पर पंजीकरण की बाध्यता खत्म की जानी चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि कुंभ मेले में मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन अवश्य करें। मीडिया को जारी बयान में श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने आरोप लगाया कि मेला प्रशासन हरिद्वार की सीमा पर सख्ती के नाम पर श्रद्धालुओं के वाहनों को प्रवेश नहीं करने दे रहा। सवाल उठाया कि जब श्रद्धालु मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे ही नहीं तो मेला कैसे दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने मांग की कि सरकार सरकार प्रतिबंधों में ढील दे, जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचकर कुंभ स्नान कर सकें।

दोषियों पर कार्रवाई करेगा अखाड़ा परिषद

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष और निर्मल अखाड़े के महंत देवेंद सिंह शास्त्री को बैरागी कैंप क्षेत्र में बीते गुरुवार रात अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को पीटे जाने की घटना की जांच के लिए अखाड़ा परिषद की ओर से गठित 12 सदस्यीय जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े को छोड़ बाकी के 12 अखाड़ों के प्रतिनिधियों को कमेटी में शामिल किया गया है। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि जांच कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वैष्णव अखाड़ों में धूमधाम से स्थापित हुई धर्मध्वजा

बैरागी कैंप स्थित तीनों वैष्णव अणि अखाड़ों, अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अणि अखाड़ा, अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अणि अखाड़ा और अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े की धर्मध्वजा शुक्रवार को धूमधाम से फहरायी गई। छह अप्रैल को तीनों अणि अखाड़ों की पेशवाई भूपतवाला स्थित वैष्णो देवी आश्रम से निकाली जाएगी। जिसमें बड़ी संख्या में वैष्णव संत हिस्सा लेंगे। अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति का शिखर उत्सव कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा आयोजन है। आज से बैरागी संतों का कुंभ प्रारंभ हो गया है। धर्म ध्वजा के नीचे ही सभी धार्मिक कार्य संपन्न किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हनुमान जी वैष्णव अखाड़ों के इष्ट देव हैं। इसलिए हनुमान जी को आराध्य मानकर धर्म ध्वजा स्थापित की गई है।

छावनी में स्थापित हुई बड़ा उदासीन अखाड़ा की धर्मध्वजा

श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण (राजघाट कनखल) की धर्मध्वजा शुक्रवार को विधि-विधान पूर्वक दक्ष मंदिर के समीप अखाड़े की छावनी में स्थापित कर दी गई। बैंड धुनों के बीच 'हर-हर महादेव' का जयघोष और हेलीकॉप्टर से लगातार हो रही पुष्प वर्षा इस मौके को खास बना रहे थे। अखाड़े की छावनी में हवन यज्ञ के पश्चात धर्म ध्वजा को दूध से स्नान कराया गया और फिर मोर पंख, रुद्राक्ष की माला, तिलक, चंदन, रोली आदि से उसकी पूजा-अर्चना हुई।

नगर आयुक्त ने त्रिवेणी घाट में तैयारियों का निरीक्षण किया

नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने कुंभ को देखते हुए त्रिवेणी घाट सहित मुख्य स्थलों का निरीक्षण कर तैयारियों का व्यापक निरीक्षण किया। त्रिवेणी घाट में एमडीडीए की ओर से द्वार का निर्माण कराया जा रहा है, जो अभी तक अधूरा है। जिसके लिए उन्होंने संबंधित ठेकेदार को फटकार लगाई। त्रिवेणी घाट को लडि़यों से सजाने के साथ घाट पर निरंतर सफाई के निर्देश अधीनस्थ कर्मचारियों को दिए।

Posted By: Inextlive