आने वाले समय में राजधानी देहरादून से लेकर अति दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में हाईटेक इंटरनेट की राह बहुत आसान हो जाएगी। स्लो चलने वाला इंटरनेट चुटकी में काम करेगा।

-देहरादून-नैनीताल समेत गढ़वाल कुमाऊं के कई जिलों में बिछ चुकी है ओपीजीडब्ल्यू लाइन
-प्रदेश के अति दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में भी हाईटेक इंटरनेट की राह हो जाएगी आसान

देहरादून, ब्यूरो: ऑप्टीकल फाइबर केबल नेटवर्क से जुडऩे पर कई सहूलियतें मिलने लगेंगी। इसके लिए तमाम सरकारी स्तर पर प्रयास किए गए हैं। तकनीक के इस दौर में नेट की स्लो रफ्तार लोगों को कई बार परेशान करती है, लेकिन उनका यह सिरदर्द जल दूर होने उम्मीद है। हाई स्पीड इंटरनेट नेटवर्क से जुडऩे के बाद तकनीकी के क्षेत्र में काफी बदलाव की संभावनाएं जताई जा रही है।

पिटकुल बिछा रहा 1700 किमी केबल
उत्तराखंड पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (पिटकुल) राज्य में करीब 1700 किलोमीटर ऑप्टीकल फाइबर ्रग्राउंड वायर (ओपीजीडब्ल्यू) केबल बिछा रहा है। इसमें से 900 किलोमीटर लाइन बिछ गई है। करीब 700 किलोमीटर लाइन बिछनी बाकी है। यह कार्य पूरा होते ही पूरा प्रदेश इंटरनेट की हाईस्पीट से जुडृ जाएगा, जिसके बाद इंटरनेट की स्पीड कई गुना बढृ जाएगी। स्लो इंटरनेट की वजह से तमाम दिक्कतें होती है। लेकिन भविष्य में यह दिक्कत काफी कम हो जाएगी। बताया जा रहा है कि ओपीजीडब्ल्यू आने के बाद सेवा भले ही महंगी हो सकती है, लेकिन स्पीड की कोई झंझट नहीं होगी।

अर्थिंग वायर के साथ दौड़ेगा इंटरनेट
पिटकुल बिजली की हाईटेंशन लाइन से अर्थिंग वायर को हटाकर इसकी जगह ऑप्टिकल फाइबर केबल रिप्लेस की जा रही है। ये ऑप्टीकल फाइबर लाइन अर्थिंग का भी काम करेगी और इंटरनेट का भी। आयरन वायर के खराब होने के मुकाबले यह काफी बैटर क्वालिटी है। इस नई तकनीकी में न करंट का झंझट होगा, न बार-बार खराब होने का समस्या रहेगी।

लगभग सभी सब स्टेशन जुड़े
पब्लिक को सेवा प्रदान के करने से पहले पिटकुल ने ट्रायल के तौर पर अपने सब स्टेशनों पर ऑप्टीकल फाइबर लाइनें बिछा दी है। पिटकुल के करीब सभी स्टेशन ओपीजीडब्ल्यू नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इससे सब स्टेशन हाईटेक हो गए हैं। सब स्टेशन की तमाम छोटी-बड़ी गतिविधियों पर ओपीजीडब्ल्यू से ही निगरानी रखी जा रही है। इससे पिटकुल सिस्टम काफी अपग्रेड हुआ है।

निजी कंपनियों को इंटरनेट देगा पिटकुल
पिटकुल के पास ओपीजीडब्ल्यू के करीब 12 पेयर है। इंटरनेट के रेट तय न होने से अभी तक स्लॉटों की बुकिंग नहीं हुई है। बताया जा रहा है रेट के लिए पिटकुल टेंडर कॉल करेगा। सबसे अधिक दर वाली निविदा को स्वीकृत किया जाएगा। इसके बाद एयरटेल, आइडिया और एयरसेल समेत कई संचार कंपनियों को हाई स्पीड डाटा बेचा जाएगा। इससे पिटकुल की आय बढ़ेगी।

2 साल में पूरा हो जाएगा प्रोजेक्ट
पिटकुल अगले दो साल में राज्य के सभी हिस्सों में ऑप्टीकल फाइबर लाइन बिछा देगा। इसके बाद पब्लिक को ओपीजीडब्ल्यू नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। सरकार भी पेपरलेस कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने के लिए डाटा लेक प्रणाली पर काम रही है। तकनीक के इस दौर में हर गांव-मोहल्लों तक सरकारी सुविधाओं और योजनाओं की पहुंच आसान और मजबूत करने के साथ ही सस्ती ब्रॉडबैंड सेवाएं देने पर सरकार का फोकस है।

पिटकुल ने करीब 900 किमी। ऑप्टीकल फाइबर लाइन बिछा दी है। 700 किमी। लाइन के लिए जल्द टेंडर जारी किए जाएंगे। इससे जहां पिटकुल की आय बढ़ेगी वहीं प्रदेश को भी हाईस्पीड इंटरनेट सेवा प्रदान होगी।
प्रवीन टंडन, जीएम लीगल एवं मीडिया प्रभारी, पिटकुल

Posted By: Inextlive