- एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने हायर एजुकेशन मिनिस्टर का पुतला फूंका

- धन सिंह बोले, क्लास रूम में मोबाइल पर लेंगे स्टूडेंट्स की राय

देहरादून,

क्लास रूम में मोबाइल बैन करने के फरमान का विरोध होने पर हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। धनसिंह रावत ने यू टर्न ले लिया है। एक दिन पहले ही मोबाइल बैन करने का बयान देने के बाद ट्यूजडे को उन्होंने कहा कि इस मसले पर स्टूडेंट्स की राय ली जाएगी और 51 परसेंट स्टूडेंट इसके लिए राजी हों, तब ही मोबाइल बैन किय जाएगा।

कई जगह विरोध

मोबाइल बैन करने के हायर एजुकेशन मिनिस्टर के बयान के विरोध में ट्यूजडे को स्टूडेंट्स सड़कों पर उतर गये। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मिनिस्टर का पुतला फूंका और जमकर नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार के बेलगाम मंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

जताई नाराजगी

हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। धन सिंह रावत के कॉलेजों में मोबाइल बैन करने के फरमान का जमकर विरोध हो रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर बताया था कि हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। धन सिंह रावत के नए तुगलकी फरमान में स्टेट के डिग्री कॉलेजेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज में मोबाइल बैन करने की बात कही है। इतना ही नहीं मिनिस्टर ने कॉलेज में जैमर लगाने तक का फरमान सुनाया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खबर में इस बात का जिक्र किया था कि हायर एजुकेशन मिनिस्टर समय-समय पर कॉलेजों और स्टूडेंट्स के लिए फरमान जारी कर चुके हैं, जिनमें कॉलेज में स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड, सेमेस्टर सिस्टम खत्म करने, स्टूडेंट्स की बायोमेट्रिक अटेंडेंस, स्टूडेंट्स की अटेंडेंस पैरेंट्स को भेजने, कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव खत्म करने की बात के अलावा कॉलेजों में सुबह राष्ट्रगान, शाम को वंदे मातरम् अनिवार्य करने के फरमान शामिल है, जो अब फरमान जारी किए गए हालांकि इन पर इम्पलीटेशन नहीं हो पाए हैं। ऐसे में हायर एजुकेशन मिनिस्टर के फरमानों को लेकर स्टूडेंट्स ने मिनिस्टर का जमकर विरोध शुरू कर दिया है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सौरभ ममगाई ने कहा कि एक तरफ पीएम ई-लर्निंग पर जोर दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के हायर एजुकेशन मिनिस्टर धन सिंह रावत मोबाइल फोन पर बैन लगाने के साथ ही जैमर लगाने की बात कर रहे है। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने हायर एजुकेशन मिनिस्टर से सवालों के जबाव भी मांगे हैं, जिसमें छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी। पढ़ने के लिए कॉलेज में इंटरनेट का उपयोग बंद होगा तो स्टूडेंट्स कैसे पढ़ाई करेंगे। उन्होंने मिनिस्टर को बेहतर सुझाव लाने की बात कही है, साथ ही इस नए फरमान का विरोध करने का एलान किया है।

हरीश रावत ने किया ट्वीट

हायर एजुकेशन मिनिस्टर के कॉलेजों में मोबाइल बैन करने के बयान के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट कर धन सिंह रावत पर निशाना साधा। हरीश रावत ने कहा कि पीएम मोदी ई लर्निग पर जोर दे रहे हैं और राज्य के हायर एजुकेशन मिनिस्टर कॉलेजों में जैमर लगा रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कॉलेजों में किताबें, शिक्षक और अन्य संसाधन तो नहीं हैं, लेकिन जैमर जरूर लगवा रहे हैं। नौजवान यदि लाठी डंडों से चुप न हों तो फिर जैमर से चुप कराए जा सकते हैं।

बेकफुट पर धन ंिसंह रावत

कॉलेजों में मोबाइल बैन करने की बात कहते ही स्टूडेंट्स के सड़कों पर उतरकर विरोध करने के तुरंत बाद ही हायर एजुकेशन मिनिस्टर बेकफुट पर आते दिख रहे हैं। ट्यूजडे को उत्तरकाशी माघ मेले में डॉ। धन सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने प्रतिबंध लगाने से संबंधित उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने केवल यह कहा था कि क्लास रूम में उस समय मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए या नहीं, जिस समय टीचर्स क्लास ले रहे हैं। डॉ। धन सिंह रावत ने कहा कि सूबे के यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में मोबाइल फोन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है। केवल इस बात को लेकर विचार किया जाएगा कि क्लास रूम में पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया जाए या नहीं। इसके लिए 15 फरवरी से वह हर कॉलेज में सेमिनार कर स्टूडेंट्स व टीचर्स से राय लेंगे। 51 परसेंट स्टूडेंट्स की जो राय होगी, उस पर विचार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive