- हिमालयीय विश्वविद्यालय और स्पर्श गंगा अभियान की ओर से आयोजित किया गया वेबिनार

- हिमालयीय विवि में स्थापित होगी पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा पीठ, बनेगा संग्रहालय, विचारों व कायरें पर किए जाएंगे शोध

DEHRADUN: हिमालयीय विश्वविद्यालय में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की पीठ स्थापित की जाएगी। इसके अलावा उनके विचारों व पर्यावरण के प्रति परिकल्पनाओं को जीवित रखने के लिए शोध केन्द्र भी स्थापित किया जाएगा। मंडे को आयोजित वेबिनार में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के कार्यो को याद करते उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

वेबिनार का हुआ आयोजन

मंडे को हिमालयीय विवि और स्पर्श गंगा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में हिमालयी युगदृष्टा, हिमालय के जन व वन आंदोलनों से जुड़े पद्मभूषण सुंदरलाल बहुगुणा को श्रद्धांजलि विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के जीवन शैली व उनके कायरें को याद किया गया। वक्ताओं ने कहा कि वे मात्र एक पर्यावरणविद ही नहीं थे, बल्कि एक सच्चे आंदोलनकारी, समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार और लेखक थे। उन्होंने पहाड़ों में बड़े बांधों का विरोध किया। चीड के पेड़ों को प्रकृति के लिए घातक बताया। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे युगपुरूष के विचारों को जीवित रखने के लिए पीठ की स्थापना की जानी चाहिए। वहीं उनके विचारों को संजोए रखने के लिए शोध केन्द्र भी तैयार किया जाना चाहिए।

हिमालयीय विवि में स्थापित होगी पीठ

पर्यावारणविद सुंदरलाल बहुगुणा के व्यक्तित्व पर विचार रखते यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ। राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि उनके कायरें और विचारों को संजोए रखने के लिए पीठ स्थापना की जानी चाहिए। साथ ही उनके कायरें और विचारों पर भी शोध किया जाना चाहिए। हिमालयीय विवि के कुलपति समाज शास्त्री प्रो। जेपी पचौरी ने कहा कि यदि उत्तराखण्ड राज्य परिषद विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) का सहयोग मिला तो बहुत जल्द विवि में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा पीठ को स्थापित कर उनके कायरें व सिद्धांतों पर शोध कार्य भी स्टार्ट किया जाएगा।

Posted By: Inextlive