DEHRADUN : आज हम नई दुनिया की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. लगातार बदलते वक्त में एजुकेशन स्ट्रक्चर में बदलाव और मौजूदा व्यवस्थाओं में चेंज बहुत जरूरी है. द दून में स्टूडेंट्स के साथ इंट्रेक्शन सेशन के दौरान मिनिस्टर ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट डा. शशि थरूर ने एजुकेशन सिस्टम में बदलाव को अहम बताया. उन्होंने मोबाइल टेक्नोलॉजी के इस युग को अपने टाइम से जोड़ते हुए लगातार हो रहे बदलावों पर कई उदाहरण दिए. डा. थरूर ने बताया कि देश लगातार तरक्की कर रहा है.टेक्नोलॉजी के दौर में हमारा देश मोबाइल की सेल में रिकॉर्ड बना चुका है.


टेक्नोलॉजी लगातार अपडेट हो रही है
साल 2007 से 2010 तक हमारे देश ने मोबाइल की खरीद में चीन और बाकी देशों को काफी पीछे छोड़ दिया दिया था। सिर्फ 2010 में देश में एक महीने में 8.3 मिलियन मोबाइल फोन बिके जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि आज हम उस दौर में है जहां आज हमारे देश का मछली पकडऩे वाला मछुवारा भी जीपीएस के जरिए फिशिंग करता है। टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है। ऐसे में स्कूल्स को स्टूडेंट्स में वेल फिल्ड माइंड की जगह वेल फॉम्र्ड माइंड डेवलेप करने की जरूरत है ताकि देश को फ्यूचर में और भी सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने एजुकेशन को बेहतर करने के लिए स्कूल्स की भूमिका को बेहद जरूरी बताया। इंट्रैक्शन के दौरान उन्होंने जहां देश को तकनीकी रूप से मजबूत होने की बात कही वहीं देश के किसानों के आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर दुख जताते हुए कहा कि इस समस्या को जड़ से मिटाने के लिए देश को शिक्षित समाज की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने नौजवान पीढ़ी को क्लासरूम से बाहर आकर नये आयडियाज पर काम करने का आह्वान किया। इस मौके पर स्टूडेंट्स ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सवाल किए।

Posted By: Inextlive