- चार वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे देव बहादुर थापा, रविवार सुबह स्वजनों को मिली शहादत की खबर

USNAGAR: गोरखा रेजीमेंट में तैनात किच्छा के गौरीकलां निवासी देव बहादुर थापा लद्दख में शहीद हो गए। शनिवार देर रात बनबसा कैंप से शहादत की खबर घर पहुंची। उनका पार्थिव शरीर सोमवार देर रात किच्छा लाया जाएगा। शेर बहादुर थापा के पुत्र देव बहादुर 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। अभी उनकी तैनाती लेह लद्दाख में थी। शनिवार देर रात उनकी शहादत की सूचना मिलते ही चीख पुकार मच गई। सेना में ही तैनात शहीद के भाई किशन बहादुर ग्वालियर से रविवार तड़के गौरीकलां पहुंच गए।

शहादत पर सीएम का सलाम

देव बहादुर ने शुक्रवार को अपने छोटे भाई अनुज से बात की थी। उन्होंने बताया था कि पेट्रो¨लग पर जा रहे हैं, लौटकर आएंगे तब बात करेंगे। उनकी नवंबर में छुट्टी पर आने की योजना था। शुक्रवार के बाद से स्वजनों का उनसे संपर्क नहीं हुआ। लौटकर देव बहादुर का फोन तो नहीं आया, उनकी शहादत की खबर घर पहुंची। देव बहादुर की शहादत पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लेह-लद्दाख में अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए देव बहादुर के बलिदान को नमन है।

Posted By: Inextlive