दून डीएफओ रीजन के मालसी रेंज में स्थित गल्जवाड़ी गांव के किमाड़ी में खास प्रजाति इंडियन सिवेट दिखाई दिया है। जिसको लेकर वन विभाग इकोलॉजी के लिए बेहतर मान रहा है।

देहरादून (ब्यूरो) फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के हेड क्वार्टर रेस्क्यू टीम के मुताबिक मालसी रेंज के वन अधिकारी कुछ दिनों अपनी गश्त पर थे। इस दौरान विभाग के ट्रैप कैमरों में उन्हें एक खास किस्म के जानवर का मूवमेंट देखने को मिला। वन विभाग के मुताबिक इस जानवर को इंडियन सिवेट (विवेरिकुला इंडिका) के नाम से जाना जाता है। ये अक्सर रात में देखा जाता है। विभाग के अनुसार इलाके में इस जानवर का दिखाई देना क्षेत्र की इकोलॉजी के लिए पॉजिटिव है।

कम दिखता है इंडियन सिवेट
मालसी रेंज की रेंज वन अधिकारी शुचि चौहान ने कहा स्मॉल इंडियन सिवेट की उपस्थिति इकोलॉजी के लिए शुभ संकेत है। ये शर्मीला जीव एक स्वस्थ इकोलॉजी सिस्टम का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो प्राकृतिक कीट नियंत्रण के रूप में कार्य करते हैं। इसके अलावा ये सीड्स को फैलाने में मदद करती हैं। जिससे तमाम प्लांट्स के जीवन को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा स्मॉल इंडियन सिवेट की उपस्थिति प्रचुर मात्रा में खाद्य स्रोत के साथ स्वच्छ व स्वस्थ वातावरण के लिए भी बेहतर मानी जाती है। मालसी रेंज के रेस्क्यू टीम के मेंबर सुदर्शन सिंह पंवार के मुताबिक उनकी कोशिश है कि वन्यजीव प्रजातियों के आवास की रक्षा के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। स्माल इंडियनर सिवेट का दिखाई देना हमारे प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित करना जैसा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इंडिय सिवेट शर्मिले किस्म का प्राणी है और दून के बजाय ये देश के दूसरे हिस्सों में दिखाई देता है। गलज्वाड़ी में ऐसे प्राणी का दिखाई देना बेहर संकेत है।

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Posted By: Inextlive