एलएचबी कोच के साथ दौडे़गी इंदौरी और उज्जैनी एक्सप्रेस
-आरामदायक सीट और नई सुविधाओं के साथ दौड़ी ट्रेन
देहरादून : दिल्ली, आगरा होते हुए मध्य प्रदेश जाने वाले पैसेंजर्स के लिए ट्रेन का संचालन शुरू हो गया है। जो पिछले कोरोना लॉकडाउन से बंद था। लंबे अंतराल के बाद चलने वाली ट्रेन का नया रैक पिछले रैक की तुलना में काफी आरामदायक है। फ्राइडे को देहरादून से इंदौर के लिए इंदौरी एक्सप्रेस सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई। इसके बाद 27 जुलाई को उज्जैनी एक्सप्रेस को दून से रवाना किया जाएगा। दून से संचालित होने वाली दोनों ट्रेनों का रैक लिंक हाफमेन बुश (एलएचबी) कोच के साथ चल रही है। जबकि पहले ये ट्रेनें इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) के कोच के साथ चलती थी। एलएचबी कोच इनकी अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक हैं। 1 साल 8 महीने 15 दिन बाद हुआ संचालनदेहरादून में रेलवे स्टेशन के यार्ड री-मॉडलिंग के कारण व इसके बाद कोविड-19 के लॉकडाउन के चलते इन ट्रेनों का संचालन 8 नवम्बर 2019 से निरस्त था। 1 साल आठ महीने 15 दिन तक निरस्त रही ट्रेन को रिस्टार्ट करने के लिए कई बार प्रस्ताव भेजे गए, लेकिन सेकेंड वेव आने के कारण इसके संचालन की परमिशन नहीं मिली। अब देहरादून से इंदौर और उज्जैन के लिए नए रैक के साथ ट्रेन का संचालन शुरू हुआ।
यह है नया बदलाव सीटें पहले - अब जनरल - 72 - 100 स्लीपर - 64 - 80 सेकेंड एसी - 45 - 52 सीट यह भी है बदलाव -बेहतर सीट राइडिंग इंडेक्स -सुविधाजनक पैंसेजर सीट -वॉटर प्यूरीफायर -बढ़ाई गई सीटिंग कैपेसिटी -विनायल मुद्रित गंतव्य पैनल -कोच इंडीकेटर -एसी कोचों में रेट्रो-रिफलेक्टिव टेप -टाइम टेबल की व्यवस्था -सेकेंड एसी कोच में बुके -एसी कोच में डिजिटल वॉल क्लॉक -एसी कोच में वॉल पिक्चर -डीजल जनरेटर से कम नॉयज। एलएचबी कोच की खासियत एलएचबी कोच सुरक्षा, गति, क्षमता, आराम आदि मामलों में आईसीएफ के कोच से बेहतर हैं। एलएचबी कोच स्टेनलेस स्टील से बना होता है। इसमें डिस्क ब्रेक का प्रयोग होता है। यह कोच अधिकतम 200 किमी प्रति घंटा की गति से दौड़ सकता है। इसमें बैठने की क्षमता भी अधिक है। सीट भी आरामदायक रहेगी। दुर्घटना के दौरान ये कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते।इंदौरी एक्सप्रेस सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर देहरादून से इंदौर के लिए रवाना हुई। इसके बाद अब देहरादून से उज्जैन के लिए उज्जैनी एक्सप्रेस 27 जुलाई को सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। जो अधिक सुविधाजनक तैयार की गई है।
रेखा शर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल