DEHRADUN: गंगोत्री-2 पर्वतारोहण व 6 पीक आरोहण करने वाले आईटीबीपी जांबाजों को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सम्मानित किया. सीमाद्वार स्थित आईटीबीपी कैंपस में आयोजित प्रोग्राम के दौरा

- आईटीबीपी में 11 हजार सेवारत, 40 दे चुके हैं सेवाएं

- 6 पीक और गंगोत्री-2 पीक फतह करने वालों को किया गया सम्मानित

>DEHRADUN: गंगोत्री-2 पर्वतारोहण व 6 पीक आरोहण करने वाले आईटीबीपी जांबाजों को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सम्मानित किया। सीमाद्वार स्थित आईटीबीपी कैंपस में आयोजित प्रोग्राम के दौरान बताया गया कि आईटीबीपी की ओर से सितम्बर माह में 6 अनाम चोटियों पर पर्वतारोहण के लिए दल भेजा गया। जिसका नेतृत्व सेक्टर दून आईटीबीपी की उपमहानिरीक्षक अर्पणा कुमार ने किया।

दल में थे 26 पर्वतारोही

बताया गया कि 8 सदस्यों के दल ने उत्तराखण्ड के उच्च हिमालय की 6 हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाली चोटियों को फतह किया। आईटीबीपी द्वारा एक और पर्वतारोहण अभियान उप सेनानी दीपेन्द्र मान के नेतृत्व में उत्तरकाशी से 21615 फीट की ऊंचाई पर गंगोत्री-2 चोटी का सफलतापूर्वक आरोहण कर तिरंगा फहराया। इस दल में 26 पर्वतारोही थे। इस मौके पर सीएम ने इन सभी पर्वतारोहियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने शौर्य, दृढ़ता व कर्मनिष्ठा का परिचय देते हए अपनी ड्यूटी के साथ पर्वतारोहण के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम किया है। उम्मीद है कि चुनौतियों को स्वीकार करने वाले इन हिमवीरों ने आगे भी लक्ष्य तय किये होंगे। इस दौरान आईटीबीपी के आईजी उत्तरी सीमांत नीलाभ किशोर, डीआईजी कुंवर पाल सिंह, मंधीर एक्का, रणजीत सिंह, निम के कर्नल अमित बिष्ट आदि उपि1स्थत थे।

राज्य से 11 हजार आईटीबीपी में सेवारत

सीएम ने कहा कि आईटीबीपी और उत्तराखण्ड का गहरा रिश्ता है। अभी राज्य के 11 हजार लोग आईटीबीपी में सेवारत हैं। जबकि राज्य से करीब 40 हजार लोग अपनी सेवाएं आईटीबीपी में दे चुके हैं। उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आईटीबीपी ने आपदाओं के समय राज्य सरकार को पूरा सहयोग दिया है। कहा, राज्य सरकार की ओर से आईटीबीपी को हर संभव सहयोग दिया जायेगा।

- राज्य व‌र्ल्ड में पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षण का केन्द्र।

- स्टेट में चारधाम यात्रा, ईको टूरिज्म, ट्रैकिंग, एडवेंचर, विंटर स्पोर्ट्स शामिल।

- 13 डिस्ट्रिक्ट्स, 13 न्यू डेस्टीनेशन पर काम कर रही सरकार।

- आईटीबीपी के साथ एमओयू साइन।

- गंगा के ब्यूटिफिकेशन के साथ वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा।

- टिहरी बांध से में व्यावसायिक क्षमता, उत्कृष्ट कार्य, पर्यटन व स्वरोजगार बढ़ाने के लिए मिलकर काम होगा।

- टिहरी लेक में एडवेंचर की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आईटीबीपी की महत्वपूर्ण भूमिका।

- टिहरी लेक फिल्मों की शूटिंग के लिए आकर्षण का केन्द्र बना।

Posted By: Inextlive