- पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी शिक्षक को भेजा जेल

- एक वर्ष पहले दर्ज हुआ था मुकदमा, विभागीय जांच में सही पाए गए आरोप

PAURI: मृतक आश्रित के तौर पर नियुक्ति के लिए झूठा शपथ पत्र देने के आरोप में पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। आरोपी शिक्षक को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

एक वर्ष पहले दर्ज हुआ था मुकदमा

अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महाबीर बिष्ट ने शिक्षक नंद किशोर रतूड़ी के खिलाफ नियुक्ति के लिए झूठा शपथ पत्र देने के आरोप में कोतवाली में एक वर्ष पूर्व मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाल लक्ष्मण सिंह कठैत ने बताया कि अपर निदेशक की ओर से दी गई शिकायत के अनुसार शिक्षक नंद किशोर को करीब पांच वर्ष पूर्व मृतक आश्रित के तौर पर शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति मिली थी। आरोपी शिक्षक के पिता भी शिक्षक थे और सेवा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। नियुक्ति के दौरान नंद किशोर की ओर से दिए गए शपथ पत्र में परिवार के किसी सदस्य के सरकारी नौकरी में न होने की बात लिखी गई थी। जबकि आरोपी शिक्षक की माता राजकीय शिक्षक के तौर पर तैनात थी। शपथ पत्र की अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महाबीर बिष्ट की ओर से जांच भी कराई गई। जांच के बाद उक्त शिक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। ट्यूजडे को बस अड्डे से आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट के आदेश पर शिक्षक नंद किशोर रतूड़ी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपी शिक्षक वर्तमान में यमकेश्वर विकासखंड के जीआईसी हीराखाल में तैनात था।

मां ने भी दिया था झूठा शपथ पत्र

अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महाबीर बिष्ट ने बताया कि मृतक आश्रित के तौर पर नौकरी के लिए परिवार के सभी सदस्यों का शपथ पत्र देना पड़ता है। आरोपी शिक्षक ने अपनी मां की ओर से भी सरकारी सेवा में न होने का शपथ पत्र दिया था। जबकि आरोपी शिक्षक की माता राजकीय शिक्षक है। विभागीय जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी शिक्षक ने अपनी माता के फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी सेवा में न होने का शपथ पत्र दिया था।

Posted By: Inextlive