- डोईवाला और अल्मोड़ा में ईको फ्रैंडली बैग बनाने की दो यूनिट खोलने की तैयारी - दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा सरकार ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स की ली सुध DEHRADUN: एसिड अटैक सर्वाइवर्स को जल्द ही रोजगार मिल सकेगा. महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग राज्य मंत्री रेखा आर्य ने इस संबंध मे

- डोईवाला और अल्मोड़ा में ईको फ्रैंडली बैग बनाने की दो यूनिट खोलने की तैयारी

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा, सरकार ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स की ली सुध

DEHRADUN: एसिड अटैक सर्वाइवर्स को जल्द ही रोजगार मिल सकेगा। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग राज्य मंत्री रेखा आर्य ने इस संबंध में सचिव और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से कई बार यह मुद्दा उठाए जाने के बाद आखिरकार सरकार ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स की सुध ली है। इसके साथ ही राज्य में ईको-फ्रैंडलीबैग की दो यूनिट लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इन यूनिट में भी सर्वाइवर्स को काम दिए जाने की योजना है।

एसिड अटैक सर्वाइवर्स को जॉब

मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि एडिड अटैक सर्वाइवर्स से दो दिन के भीतर ऑनलाइन कांटेक्ट किया जाएगा। उनसे बात कर यह पूछा जाएगा कि वे क्या चाहती हैं। किस तरह से आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं। उनकी सोच में आत्मनिर्भर होने के क्या मायने हैं। इसके बाद ही इन्हें रोजगार से जोड़ने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। पहले भी इनके लिए प्रस्ताव तैयार किए गए थे, लेकिन तब आपसी सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद कोरोना महामारी की वजह से मामला लटक गया। कोरोना काल में इन्हें क्या दिक्कत हुई। इस बारे में भी चर्चा की जाएगी। साथ ही नए सिरे से प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।

डोईवाला और अल्मोड़ा में यूनिट

विभाग की ओर से दून को पॉलीथिन फ्री करने की दिशा में काम होगा। इसके तहत डोईवाला और अल्मोड़ा में ईको-फ्रैंडली बैग बनाने को लेकर यूनिट लगाई जाएगी। जो बैग पूरी तरह से बॉयोडिग्रेडेबल होंगे। बताया कि इन यूनिट में भी एसिड अटैक सर्वाइवर्स को रोजगार देने की पूरी संभावना रहेगी, लेकिन इससे पहले उनसे इस बारे में पूछा जाएगा। यदि वे चाहेंगी तो यहां पर उनको रोजगार दिया जाएगा। वरना उनकी पसंद के अनुसार वन स्टॉप सेंटर और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जॉब ऑफर की जाएगी।

आंगनबाड़ी वर्कर्स को करें प्रमोट

विधानसभा में मीटिंग के दौरान मंत्री ने कहा कि 105 आंगनबाड़ी वर्कर्स को सुपरवाइजर बनाया जाएगा। बताया कि 143 रिक्त पदों पर आयोग से सुपरवाइजर की चयन प्रक्रिया होगी। उन्होंने तीलू रौतेली पुरस्कार के चयन के लिए सूची मांगने की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इस बार पुरस्कार की श्रेणी में उन महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना काल में स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने, प्रवासियों और पशुओं की मदद की है। आठ अगस्त को होने वाले तीलू रौतेली पुरस्कार की कार्ययोजना बनाने के लिए कहा। इसमें वर्चुअल कार्यक्रम की संभावना पर विचार करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि तीस जून को स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण और अन्य योजनाओं की जानकारी के लिए दोबारा समीक्षा बैठक बुलाई गई है। मीटिंग में सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल बाल विकास विभाग सौजन्या, निदेशक वी षणमुगम, उप निदेशक एसके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी मोहित चौधरी आदि मौजूद रहे।

प्रवासी महिलाओं को लेकर आपदा प्रबंधन से डेटा जुटाया जा रहा है। एसिड अटैक सर्वाइवर्स को रोजगार देने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।

- रेखा आर्य, राज्य मंत्री, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग।

Posted By: Inextlive