केदारनाथ ट्रैक 50 मीटर ध्वस्त, यात्रा रोकी
- बारिश ने बढ़ाई लोगों की मुश्किल
- चारधाम यात्रा प्रभावित, शहरों में जलभराव - चारधामों में बर्फबारी का दौर चौथे दिन भी जारी यहां फंसे तीर्थयात्री 1340 केदारनाथ ट्रैक 150 यमुनोत्री स्यानचट्टी 49 कैलास यात्री गुंजी में --------------------- देहरादून: 3 दिनों से हो रही बारिश से राज्य में जनजीवन तो प्रभावित है ही, चार धाम यात्रा पर भी इसका असर पड़ रहा है। सोमवार को केदारनाथ पैदल ट्रैक का करीब 50 मीटर हिस्सा बारिश के चलते ध्वस्त हो गया। ट्रैक पर पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है, जिसके कारण जिला प्रशासन को केदारनाथ की यात्रा फिलहाल रोकड़ी पड़ी। प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों को भीमबली से वापस लौटा दिया गया। केदार ट्रैक पर 1340 तीर्थयात्री फंसेलैंड स्लाइड के कारण केदारनाथ यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर 1340 तीर्थयात्री फंस गए, जिन्हें प्रशासन और एसडीआरएफ द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भी लैंड स्लाइड के कारण कई बार बंद हुए, यमुनोत्री पैदल मार्ग पर स्यानाचट्टी में 150 यात्री फंस गए थे, 14 घंटे बाद रास्ता खुलने के बाद वे निकल पाए।
चारधामों में फिर बर्फबारीराज्य में रविवार रात से ही लगातार बारिश जारी रही। इसके चलते दून सहित विभिन्न शहरों में जलभराव और पर्वतीय इलाकों में लैंड स्लाइड के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। चार धामों में सोमवार को भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा।
कैलास यात्री भी मुश्किल में कैलास मानसरोवर यात्रा पूरी कर पिथौरागढ़ के गुंजी पहुंचे आखिरी दो दल में शामिल 49 यात्री तीसरे दिन भी फंसे रहे। मौसम की खराबी की वजह से उन्हें लाने के लिए पिथौरागढ़ से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए। चंपावत जिले के दुबड़ जैनल मिट्टीखाल गांव में एक ग्रामीण का घर भूस्खलन की जद में आ गया। नैनीताल के बलियानाला में फिर भूस्खलन हो गया है। यहां एक माह में तीसरी बार पहाड़ी दरकी है।