केंद्र की महत्वाकांक्षी योनजा स्वच्छ भारत मिशन को लेकर दून में लापरवाही बरती जा रही है। दून में जगह-जगह रखे गए एफआरपी टॉयलेट्स के हाल इसका खुलासा करते हैैं। जहां परमानेंट सुलभ शौचालय नहीं बन पाए वहां एफआरपी टॉयलेट्स लगाए गए लेकिन देख-रेख न होने के कारण इनकी हालत खस्ता है। इन टॉयलेट्स से सेनेटरी जैसे सामान गायब हो गए हैैं और अब भी इनकी सुध लेने को कोई तैयार नहीं।

देहरादून, ब्यूरो :
नगर निगम की ओर से शहर के कुछ इलाकों में पब्लिक टॉयलेट न होने के कारण स्थानीय लोगों की डिमांड पर पब्लिक टॉयलेट की जगह टैम्पररी टॉयलेट लगाए गए थे। इनमें रायपुर, सहस्त्रधारा रोड, बिंदाल बस्ती, परेड ग्राउंड, रिस्पना, चक्खु मौहल्ला, आशारोड़ी, ट्रांसपोर्टनगर, रायपुर, सहस्त्रधारा स्थित बस्ती, आईटीपार्क के पास टेम्पररी टॉयलेट लगाया गया है।

1 सीटर टॉयलेट की कीमत 29 हजार
नगर निगम की ओर से लगाए गए एक ब्लू टेम्पररी टॉयलेट की कीमत 29 हजार रुपये तक है। जबकि एक जगह पर निगम की ओर से एक साथ चार-चार टॉयलेट लगाए गए हैं। साथ ही पानी का कनेक्शन की लगाया गया है। ऐसे में 4 सीटर टॉयलेट का खर्चा करीब दो लाख रुपए हैै। लेकिन मेंटेनेंस पर ध्यान न देने के कारण इनका यूज नहीं हो पा रहा है।

क्या रहा कारण
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच मुक्त करने के लिए सुलभ शौचालय के साथ एफआरपी पोर्टेबल टॉयलेट लगाए गए, जिससे जहां पब्लिक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं हो पा रही। वहां पर एफआरपी टॉयलेट लगाए जा रहे हैं। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार शहर के कई इलाकों के अलावा यह टॉयलेट बस्ती में भी लगाए गए हैं।

ऐसे हैैं हालात
- दरवाजे मिले टूटे
- सीट भी गायब
- पानी की टंकी हो गई चोरी
- सिंक गायब
- पानी के पाइप लापता

कहीं किसी भी तरह की अनियमितता मिलती है तो पब्लिक को चाहिए कि वे इसकी जानकारी निगम के अधिकारियों को दें। इसके अलावा कोई भी पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान करते हुए मिलता है तो कार्रवाई होगी।
डॉ। अविनाश खन्ना, सीनियर हेल्थ ऑफिसर, नगर निगम

Posted By: Inextlive