- 9 नवंबर से चलेगा दून में एसआईडब्ल्यू वीक

- ऐसे बच्चों के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने शुरू कर दिया सर्वे

देहरादून,

कोरोनाकाल में लॉकडाउन के कारण कई बच्चे जरूरी वैक्सीनेशन से महरूम हो गए। ऐसे नौनिहालों का अब तक वैक्सीनेशन नहीं हो पाया। लेकिन पैरेंट्स को घबराने की जरूर नहीं है। हेल्थ डिपार्टमेंट ऐसे बच्चों के लिए स्पेशल इम्युनाइजेशन वीक (एसआईडब्ल्यू) शुरू करने की तैयारी कर रहा है। बताया गया है इसके लिए आशा कर्मियों के जरिए सर्वे का काम भी तेजी पर है। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक 9 नवंबर से बच्चों के लिए स्पेशल वैक्सीनेश्ान ड्राइव शुरू होगा।

9 नवंबर से स्पेशल वीक की तैयारी

कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के कारण दून में कई बच्चों को वैक्सीनेशन नहीं हो पाया था। लेकिन अब इन्हें वैक्सीनेशन किए जाने की तैयारी है। बाकायदा, इसके लिए स्पेशल वीक ड्राइव चलाने की बात कही जा रही है। हेल्थ डिपार्टमेंट का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान बच्चों को इस प्रकार के वैक्सीनेशन इम्युनिटी बूस्टर के लिए सबसे ज्यादा मददगार साबित होंगे। राज्य स्थापना दिवस पर इसकी शुरुआत की जा रही है। लेकिन उससे पहले ये कोशिश की जा रही है कि ऐसे कितने बच्चे छूट गए हैं, जिन्हें वैक्सीनेशन नहीं किया जा सका। इसके अलावा केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक पोलियो की खुराक के लिए भी आगामी 1 से 7 नवंबर दूसरी ड्राइव शुरू की जाएगी। लेकिन वैक्सीनेशन के लिए जो वीक शुरू होगा, उसको डिपार्टमेंट मिशन वीक के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है। इसमें किसी भी बच्चे को वैक्सीनेशन से ड्रॉप आउट न हो पाने का दावा किया जा रहा है।

इन बच्चों का हो रहा सर्वे

-स्लम।

-माइग्रेटेड

-1 से 16 वर्ष के बच्चे।

मीजल्स व रूबेला में 103 परसेंट वैक्सीनेशन

सीएमओ ऑफिस का दावा है कि कोरोना संक्रमण के बीच बच्चों को दी जाने वाली कई वैक्सीनेशन में संतोषजनक रिजल्ट मिले हैं। बीसीजी का टीका शत-प्रतिशत कंप्लीट हो चुका है। ऐसे ही मीजल्स एंड रूबेला फ‌र्स्ट डोज में भी 103 परसेंट की सक्सेस मिली है। जबकि मीजल्स एंड रूबेला-बूस्टर डोज में 95 परसेंट सक्सेस हासिल हुई है। लेकिन इसमें हैपेटाइटिस शामिल नहीं है। इसकी वजह बर्थ डोज बताया गया है। चूंकि बेबी बर्थ के दौरान ही ये डोज दी जाती है।

ये वैक्सीनेशन

-पेंटावेलेंट-1,2,3

-ओपीवी ओ बर्थ डोज।

-इनएक्टिव इंजेक्टेवल पोलिया वैक्सीन--1 व 2

-रोटावाइरस--1,2, 3

-मीजल्स एंड रूबेला।

-डीपीटी फ‌र्स्ट बुस्टर।

-ओपीवी बुस्टर।

-5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे को डीपीटी-5

-10 वर्ष से अधिक के बच्चे को टीटी-10 व टीडी-10

पैरेंट्स से भी अपील

वैक्सीनेशन से कितने बच्चे छूट गए हैं, डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है.आशा कर्मियों से इसका सर्वे काम जारी है। विभाग के मुताबिक वैक्सीनेशन से छू गए बच्चों के पैरेंट्स को इसमें आगे आने की जरूरत है। जिससे बच्चों को कोरोना संक्रमण काल में इम्युनिटी बूस्ट में मदद मिल पाएगी।

Posted By: Inextlive