ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में लर्निग लाइसेंस के लिए 4500 एप्लीकेशन पेंडिंग 55 लाइसेंस बनाए जा रहे डेली 1 जनवरी से 100 लाइसेंस पर डे।

देहरादून (ब्‍यूरो)। अगर आप आज लर्निग लाइसेंस के लिए एप्लाई करते हैं, तो आपका लाइसेंस 45 दिन बाद ही बन पाएगा। हालांकि इससे पहले लर्निग लाइसेंस के लिए लोगों को आठ माह का इंतजार करना पड़ा था। इनमें भी सभी एप्लीकेंट्स का लाइसेंस नहीं बन पाया। आरटीओ में इन दिनों 45 लाइसेंस ही पर डे बनाए जा रहे हैं। एक जनवरी से 100 लाइसेंस रोजाना बनाए जाएंगे। उम्मीद है इससे बैकलॉग जल्दी क्लियर होगा।

4500 एप्लीकेशंस पेंडिंग

आरटीओ में इन दिनों 4500 आवेदन पेंडिंग हैं। कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन से ये पेंडेंसी क्लियर नहीं हो पाई। मार्च के बाद सितंबर में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट खुला तो लर्निग लाइसेंस बनाने शुरू किए गए , लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए शुरुआत में 10 एप्लीकेशंस ही पर डे ली जा रही थी। धीरे-धीरे रियायत देते हुए अब 55 एप्लीकेशंस पर डे ली जा रही हैं।

एक जनवरी से 100 लाइसेंस डेली

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से बताया गया है कि एक जनवरी से 100 लाइसेंस पर डे बनाए जाएंगे। इसके लिए स्टाफ और एप्लीकेशन विंडो मैनेज की जाएंगी। सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करने के साथ ही कैपेसिटी बढ़ाई जाएगी। लर्निग के लिए अलग-अलग रूम में एप्लीकेंट्स का टेस्ट लिया जाएगा।

सामान्य दिनों में बनते थे 200 लाइसेंस

लर्निग लाइसेंस के लिए एप्लीकेंट के ऑनलाइन एप्लाई करते ही उसे टेस्टिंग के लिए टाइम स्लॉट एसएमएस मिलेगा। निर्धारित टाइम पर उसे ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के ऑफिस पहुंचना होगा, जहां टेस्ट लिया जाएगा।

कोरोना की एंट्री से पहले आरटीओ में 200 लाइसेंस रोजाना बनाए जाते थे। लॉकडाउन के दौरान लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी, लेकिन ऑनलाइन आवेदन जारी थे। आरटीओ के अनुसार स्लॉट बंद होने के बाद भी 2 स्लॉट रोजाना बुक हो रहे थे। इससे नए और पुराने सभी मिलाकर 8 महीनों में लाइसेंस की 8023 एप्लीकेशन पेंडिंग हो गई।

कोरोनाकाल में बने 4085 लाइसेंस

अनलॉक होते ही आरटीओ कार्यालय में धीरे-धीरे लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस बीच भी आरटीओ के स्लॉट में दो-दो आवेदन मिल रहे थे। इसके बाद अब तक 4085 लाइसेंस बने। लेकिन अभी भी पेंडेंसी 4500 तक है।

बिना लाइसेंस दौड़ा रहे वाहन

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की हाल ही में स्पेशल ड्राइव में खुलासा हुआ कि लोग बिना लाइसेंस के ड्राइविंग कर रहे हैं, लोगों से पूछा गया तो पता चला लाइसेंस पेंडिंग है और वाहन चलाना जरूरी। ऐसे में डिपार्टमेंट ने लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया तेज की है।

एप्लाई करते ही मिल जाएगा टाइम स्लॉट

एक जनवरी से रोजाना 100 लर्निग लाइसेंस बनाए जाएंगे। इसके लिए तैयारी की गई है, फिलहाल 55 लाइसेंस पर डे बनाए जा रहे हैं। एक जनवरी से पेंडेंसी कम होनी शुरू हो जाएगी और लोगों को सहूलियत मिलेगी।

- संदीप सैनी, आरटीओ एन्फोर्समेंट, देहरादून

Posted By: Inextlive