-ज्यादातर वार्डो में नहीं दिखे सेनेटाइजेशन करने वाले कर्मचारी

-14 हजार लीटर से ज्यादा सेनेटाइजेशन इस्तेमाल करने का दावा

देहरादून

वीकली क्लोजर के दौरान पूरी सिटी को सेनेटाइज करने के नगर के निगम के दावे जमीन पर कम नजर आए। मुख्य बाजारों, कुछ पब्लिक प्लेसेज और मेन रोड्स पर तो बड़ी मशीनें नजर आई, लेकिन वार्डो में छोटी मशीनों से सेनेटाइजेशन के करते कर्मचारी नजर नहीं आये। नये ही नहीं पुराने वार्डो में भी ज्यादातर रेजिडेंशियल लोकेशंस में सेनेटाइजेशन नहीं किया गया।

14 हजार लीटर छिड़काव का दावा

नगर निगम का दावा है कि इस बार वीकली क्लोजर पर 7 बड़ी और 80 से ज्यादा छोटी मशीनों से 14 हजार लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर का छिड़काव किया गया। हर वार्ड में 12 से 15 कर्मचारियों को इस काम के लिए तैनात किया गया था।

इन जगहों पर छिड़काव

दून में गांधी रोड, राजपुर रोड, चकराता रोड और हरिद्वार रोड के कुछ हिस्सों में बड़ी मशीनों से सेनेटाइजेशन किया गया। इसके अलावा पलटन बाजार, मोती बाजार, हनुमान चौक आदि क्षेत्रों में भी कुछ इलाकों में सेनेटाइज करती बड़ी मशीने नजर आई। हर बड़ी मशीन को एक हजार लीटर सेनेटाइजर उपलब्ध करवाया गया था। दावा किया गया है कि इससे ज्यादा सेनेटाइजर छोटी मशीनों के लिए उपलब्ध करवाया गया था।

छोटी-छोटी दुकानें भी रही बंद

वीकली क्लोजर के दौरान इस बार शहर पूरी तरह से बंद रहा। बड़े बाजारों के साथ ही गली-मोहल्लों की छोटी दुकानें भी बंद रही। सड़कों के किनारे लगने वाले रेहड़ी-ठेली और फड़ वालों ने भी वीकली क्लोजर में अपनी दुकानें बंद रखी। इससे घर से बाहर निकले लोगों और बाहर से आने वालों को खाने-पीने की समस्या का सामना करना पड़ा।

सड़कें रही सूनी

संडे को दून की सड़कें भी लगभग खाली रही। सिटी बसें और विक्रम सड़कों पर नजर आये, लेकिन इनमें भी सवारियों की संख्या बहुत कम रही। आईएसबीटी और रिस्पना जैसे जिन रूट पर आमतौर पर हर 2 मिनट में विक्रम में विक्रम मिल जाता है, उन पर 10 मिनट तक लोगों को इंतजार करना पड़ा।

Posted By: Inextlive