हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने दूसरे दिन वेडनसडे को भी मानसून अवधि के दौरान जिले के बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित तमाम क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सोनाली नदी का भी स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. लक्सर स्थित पूरे बाजार का पैदल भ्रमण कर हर दुकान का भी मुआयना किया. लोगों को आश्वस्त किया कि आपदा के वक्त धामी सरकार उनके साथ खड़ी है।

प्रभारी मंत्री ने कहा, 2 माह के पानी के बिल माफी व बैंक लोन वसूली पर भी फिलहाल लगे रोक

देहरादून, 20 जुलाई (ब्यूरो)।
लोक निर्माण विभाग व जनपद हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध किया है कि जिले के पानी में डूबे क्षेत्रों को आपदा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के साथ ही आपदाग्रस्त क्षेत्रों में रह रहे लोगों का दो माह का बिजली का बिल व सर चार्ज भी माफ किया जाए। उन्होंने सीएम से यह भी आग्रह किया है इन क्षेत्रों में बैंकों की लोन वसूली पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाए।

::मंत्री ने किया इन क्षेत्रों का दौरा::
-मोहम्मदपुर बुजुर्ग
-लक्सर
-लंढौर
-मुंडलाना
-साऊथ सीवर लाइन खानपुर
-मोहनपुर
-रुड़की स्थित गणेश पुल
-रेलवे स्टेशन
-पनियाला
-भगवानपुर बाजार
-जौनपुर से मोहम्मदपुर बुजुर्ग तटबंध
-बाढ़ प्रभावित क्षेत्र लक्सर बाजार
-अकोढा कला में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
-बिरला टायर फैक्ट्री
-रुड़की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र

मंत्री बोले::
-आपदा की रोकथाम के लिए बना दी गई है पूरी योजना
-जहां भी बंध खोलने की आवश्यकता, तत्काल खोला जाए।-नदियों के चैनेलाइजेशन के लिए पूरी योजना बनाकर जाएंगे हाईकोर्ट

54 मार्ग हुए थे बाधित
हरिद्वार में सड़कों की स्थिति की जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि जिले में पीडब्ल्यूडी के अधीन अतिवृष्टि से 54 मार्ग क्षतिग्रस्त होकर बाधित हुए थे। जिसमें से 40 मार्गों को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। बंद मार्गों के वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं। हरिद्वार में अतिवृष्टि से अन्नेकी सेतु पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। उस स्थान पर बैली ब्रिज का लॉचिंग कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
बॉक्स::
हरिद्वार में 7 दिन में 5 लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण हरिद्वार में खासा नुकसान पहुंचा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार लक्सर में 33, हरिद्वार में 14, रुड़की में 22 व भगवानपुर में 2 ग्राम पंचायत प्रभावित हुए हैं। इसी प्रकार से आपदा से प्रभावित परिवारों की संख्या भी क्रमश: 2775, 141, 750 व 90 दर्ज की गई है। जबकि, 11 से 18 जुलाई तक भारी बारिश से 5 लोगों की मौत हुई, 9 पशुधन और 256 भवनों को नुकसान पहुंचा है। बताया गया है कि 1 राज्य मार्ग, 12 ग्रामीण मार्ग व 10 पुलों को आपदा से नुकसान पहुंचा है।
::जनपदों में मार्गों की स्थिति:::
-उत्तरकाशी--21 मार्ग अवरुद्ध
-रुद्रप्रयाग--18 मार्ग बंद, गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग सुचारू
-टिहरी--31 मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध
-बागेश्वर--20 मार्ग अब भी बंद
-पौड़ी--23 मार्ग बारिश से बाधित
-अल्मोड़ा--1 मोटर मार्ग अवरुद्ध
-चमोली--50 मोटर मार्ग बंद
-नैनीताल--9 मार्ग बंद
-चंपावत--9 राज्य व ग्रामीण मोटर मार्ग बंद
-पिथौरागढ़--4 बॉर्डर व 17 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध
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34 दिन में 27 की मौत, 31 घायल
गत वर्षों की तर्ज पर इस बार भी प्रदेश में आपदा कहर बनकर बरपी है। 15 जून से लेकर 19 जुलाई तक के राज्य आपातकालीन आंकड़े बताते हैं कि आपदा के कारण 27 लोगों की जान चली गई। जबकि, 31 लोग घायल हो गए। इसी प्रकार से 339 पशुधन को नुकसान पहुंचा है। इनमें 29 बड़े पशु बताए गए हैं। इसी प्रकार से 570 मकान भी डैमेज हुए हैं। इनमें 18 ऐसे मकान शामिल हैं, जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए।
::आपदा में मृतकों की संख्या::
डिस्ट्रिक्ट--मृतकों की संख्या
दून---3
उत्तरकाशी--4
रुद्रप्रयाग--2
चमोली---1
पौड़ी--1
हरिद्वार--5
टिहरी--1

::बॉक्स::
रोड एक्सीडेंट से 42 लोगों की मौत, 147 घायल
आपदा के साथ राज्य में रोड एक्सीडेंट से भी कई बेसकसूरों की जान चली गई। कई सड़क दुर्घटनाओं में 42 लोगों की मौत हुई, जबकि 147 घायल हुए और 3 लोग ऐसे हैं, जिनका सड़क दुर्घटनाओं में अब तक पता नहीं चल पाया।
डिस्ट्रिक्ट--मृतकों की संख्या
देहरादून--1
अल्मोड़ा---4
चमोली--4
हरिद्वार--3
पौड़ी--1
पिथौरागढ़--15
रुद्रप्रयाग--2
टिहरी--5
उत्तरकाशी---3
नैनीताल--2
मिसिंग--3

Posted By: Inextlive