- कोविड गाइडलाइन के चलते होटल, गेस्ट हाउस में ठहरने की छूट, लेकिन घूमना-फिरना बंद

- कोरोनाकाल में 15 परसेंट तक ही हो रही बुकिंग, वीकेंड लॉकडाउन को खत्म करने की व्यापारी कर रहे मांग

देहरादून,

कोविडकाल में अब देहरादून धीरे-धीरे अनलॉक की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर टूरिस्ट के पहुंचने को लेकर भी व्यापारियों में उत्साह नजर आने लगा है। लेकिन कोविड कफ्र्यू की गाइडलाइन के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री में सीधा असर पड़ रहा है। सरकार की गाइडलाइन में टूरिस्ट को होटल, गेस्ट हाउस में ठहरने की परमिशन तो है लेकिन घूमने फिरने की मनाही है। इससे कई टूरिस्ट चाहकर भी वीकेंड सेलिब्रेशन या घूमने का प्रोग्राम नहीं बना रहे हैं। उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी का कहना है कि सरकार को कोविड कफ्र्यू की गाइडलाइन में बदलाव करना चाहिए। उन्होंने वीकेंड लॉकडाउन की जगह हफ्ते में एक दिन ही लॉकडाउन की मांग की है।

शुरू हुई मसूरी में हलचल

कोविड कफ्र्यू में ढील मिलते ही पर्यटक दून के टूरिस्ट डेस्टिनेशन पहुंचने लगे हैं। दून में सबसे ज्यादा टूरिस्ट मसूरी जाना पसंद करते हैं। कोरोना से पहले एक सीजन में मसूरी में 22 से 25 लाख टूरिस्ट आते हैं। लेकिन इस बार टूरिस्ट का आंकड़ा हजार में ही है। हालांकि बीते 2-4 दिन से मसूरी में टूरिस्ट की चहलकदम बड़ी है। बीते दिनों में 15 परसेंट तक टूरिस्ट पहुंचे हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या गाइडलाइन को लेकर आ रही है। गाइडलाइन के हिसाब से होटल में ठहरने की छूट तो मिली है। लेकिन घूमना-फिरना मना है। इससे टूरिस्ट पहले की तरह मसूरी नहीं पहुंच पा रहे हैं।

वीकेंड लॉकडाउन हटाने की मांग

उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसो। के अध्यक्ष संदीप साहनी का कहना है कि सरकार को मसूरी में हफ्ते में एक दिन लॉकडाउन करना है तो वीकेंड को छोड़कर दूसरे दिन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट वीकेंड पर ही मसूरी आना चाहता है। लेकिन सरकार की गाइडलाइन की वजह से न वीकेंड पर आ पा रहा है और नहीं घूमने जा पा रहे हैं। मसूरी में 200 से 250 होटल हैं, जिनमें एक सीजन में 25 लाख तक टूरिस्ट पहुंचते हैं। हालांकि इस बार संख्या हजार के पार नहीं हो पाई है। ।

सिटी के टूरिस्ट डेस्टिनेशन बंद

दून की बात करें तो दून में भी दर्जनों टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं, लेकिन कोरोना के चलते क्लॉज हैं। ऐसे में जो भी टूरिस्ट दून पहुंच रहे हैं। वे सिर्फ होटल में कमरे ही लेकर रुक पा रहे हैं। जो कि दून में अपने किसी काम से ही आ रहे हैं। घूमने फिरने के लिए कोई भी टूरिस्ट दून के टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं जा पा रहे हैं।

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बीते कुछ दिनों से 10 से 15 परसेंट टूरिस्ट मसूरी पहुंचने लगे हैं। हालांकि टूरिस्ट को घूमने की परमिशन नहीं है। ऐसे में टूरिस्ट चाहकर भी टूरिस्ट प्लेस नहीं आ पा रहे हैं। सरकार को इस बारें में थोड़ा सोचना होगा।

संदीप साहनी, अध्यक्ष, उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसो।

होटल इंडस्ट्री कोरोनाकाल में 15 परसेंट तक ही रह गई है। होटल में कमरे तो बुक हो रहे हैं। लेकिन इसके लिए कोविड गाइडलाइन को फॉलो करना आवश्यक है।

ऋषि बंसल, ओनर, द सॉलिटियर होटल

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दून में पहले नंबर पर है मसूरी डेस्टिनेशन

मसूरी में 250 तक हैं होटल

20 से 25 लाख तक पहुंचते हैं सीजन में टूरिस्ट

30 से 40 हजार लोगों का चलता है रोजगार

15 परसेंट तक रह गई बुकिंग

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देहरादून के अन्य टूरिस्ट डेस्टिनेशन

आसन बैराज

बुद्धा टेंपल

एफआरआई

गुच्चू पानी

मालसी डियर पार्क

सहस्त्रधारा

टपकेश्वर मंदिर

राजाजी नेशनल पार्क

माल देवता

दरबार साहिब

Posted By: Inextlive