जम्मू-कश्मीर में नार्को टेररिस्ट्स को फर्जी पहचान-पत्र व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने वाले दो आरोपियों को दून एसटीएफ व जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रुद्रपुर में ङ्क्षप्रङ्क्षटग प्रेस की आड़ में जाली दस्तावेज बनाते थे जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकियों की मदद के लिए किया जा रहा था। आरोपी जाली दस्तावेजों के साथ ही वाहनों का फर्जी पंजीयन प्रमाण-पत्र व फर्जी नंबर प्लेट भी उपलब्ध कराते थे। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के रहने वाले हैं।

देहरादून (ब्यूरो) देहरादून में प्रेस वार्ता में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने आरोपियों की गिरफ्तारी का राजफाश किया। उन्होंने गिरफ्तार आरोपियों के नाम कृष्ण पाल ङ्क्षसह (27) व दीपचंद (28) दोनों निवासी पैपुरा तहसील बिलासपुर, जिला-रामपुर बताए। एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि 30 सितंबर 2023 को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने बनिहाल क्षेत्र से हरियाणा नंबर की कार में छत में 30 किलो कोकीन छुपाकर ले जा रहे पंजाब के करतापुर जालंधर के रहो वाले सरबजीत ङ्क्षसह व कपूरथला फगवाड़ा निवासी हनी बसरा को गिरफ्तार किया था।

पंजाब ला रहे थे कोकेन
आरोपियों ने कोकेन उत्तरी कश्मीर से ली थी, जो पंजाब लाई जा रही थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि कोकेन सीमा पार पाकिस्तान से लाई गई थी। पकड़े गए तस्करों ने चेकपोस्टों पर तलाशी से बचने के लिए फर्जी पहचान-पत्र व वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट का सहारा लिया था। इसके बाद पुलिस ने तस्करों के पंजाब में स्थित मकानों से 38 फर्जी नंबर प्लेट, नकली पासपोर्ट, कई फर्जी पहचान-पत्र और 5.30 करोड़ रुपये बरामद किए थे। जांच में पता चला कि फर्जी पहचान-पत्र व नंबर प्लेट उत्तराखंड के ऊधमङ्क्षसहनगर जिले से बनाए गए थे। इसी आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तराखंड एसटीएफ से संपर्क किया और बुधवार देर रात संयुक्त ऑपरेशन के बाद फर्जी पहचान-पत्र उपलब्ध कराने वाले दोनों आरोपियों को रुद्रपुर से दबोच लिया।

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Posted By: Inextlive