- चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन भक्तों ने की मां कालरात्रि की पूजा

देहरादून,

चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन भक्तों ने मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की आराधना कर खुशहाली की कामना की। मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग और घरों में भक्तों ने मां गी विशेष पूजा अर्चनाएं की। इधर, कोरोनाकाल के चलते मंदिरों में पहुंच से भक्तों के दूरी बना कर रखी।

वैष्णो देवी गुफा मंदिर व कालिका मंदिर में आरती

माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर में भी सीमित संख्या में भक्तों ने मां कालरात्रि की पूजा अर्चनाएं कीं। प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर में मंदिर के महंत कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि माता कालरात्रि का स्वरूप बेहद खास है। श्री सनातन धर्म मंदिर, प्रेमनगर में भी मंडे को मां दुर्गा के सातवें स्वरूप माता कालरात्रि की पूजा अर्चना की गई। पुजारी कृष्ण प्रसाद ने देवी की विधि विधान से पूजा अर्चना कर विश्व शांति की कामना की। वहीं महिला मंडली के विभिन्न सुंदर भजनों से माहौल भक्तिमय हो उठा। कालिका मंदिर में आयोजित 68वें ध्वजारोहण महोत्सव के शक्ति महासम्मेलन के समापन पर ढोल दमाऊ की धुन थाप पर मां कालिका की भव्य आरती की हुई। इससे पहले मंडे को सुबह मंदिर के पुजारी चंद्र प्रकाश ममगई ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर देशवासियों की खुशहाली की कामना की। इसके उपरांत 27 ब्राह्मणों मां दुर्गा सप्तशती का पाठ व मां दुर्गा का जाप किया। इसी प्रकार से शहर के तमाम मंदिरों में भी मां कालरात्रि की पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की गई।

संक्रमण को देखते हुए ऑनलाइन पर जोर

संक्रमण को देखते हुए जहां मंदिरों में भक्तों की संख्या सीमित की गई है। वहीं, ऑनलाइन पूजा व दक्षिणा पर भी जोर दिया जा रहा है। गढ़ी कैंट शनिदेव मंदिर के ज्योतिषाचार्य डा। आचार्य सुशांत राज ने बताया कि मंदिरों में भक्तों से परहेज करने पर जोर दिया जा रहा है। हालांकि, कोरोनाकाल में अधिकतर भक्त घरों में ही नवरात्र में पूजा अर्चनाएं कर रहे हैं। डा। सुशांत राज ने बताया कि भक्त वाट्स के जरिए वीडियो कॉल से पूजा अर्चना कर रहे हैं और ऑनलाइन ही दक्षिणा भी प्रदान कर रहे हैं।

ऐसे चल रही पूजा-व्यवस्था

-ऑनलाइन पूजा अर्चना।

-वाट्सअप वीडियो कॉल से हो रही पूजा।

-ऑनलाइन ही दे रहे हैं दक्षिणा

-मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हवन पूजा।

-मंदिरों में तिलक पर मनाही।

-घंटी व जलाभिषेक पर भी रोक

Posted By: Inextlive