उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड यूपीसीएल में उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन पुराने फॉर्मेट पर ही जारी किए जा रहे हैं. जबकि नये कनेक्शन का नया फॉर्मेट उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग यूईआरसी पिछले साल लागू कर चुका है.

- नये बिजली कनेक्शन पुराने फॉर्मेट पर हो रहे जारी
- दिसंबर 2021 में लागू कर चुका है नया फॉर्मेट

देहरादून, ब्यूरो: उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) में उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन पुराने फॉर्मेट पर ही जारी किए जा रहे हैं। जबकि नये कनेक्शन का नया फॉर्मेट उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) पिछले साल लागू कर चुका है। ऐसे में यूईआरसी के आदेश औचित्यहीन लग रहे हैं। ताज्जुब की बात यह है कि फॉर्मेट को लागू हुए एक साल से भी अधिक समय हो गया है, लेकिन ऊर्जा निगम के कई अधिकारियों को इसकी जानकारी तक नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय अधिकारी उपभोक्ताओं के प्रति कितना संजीदा हैं।


फॉर्मेट में किया गया है बदलाव
यूईआरसी ने पिछले साल विद्युत एक्ट में कुछ बदलाव कर ऊर्जा निगम को गाइडलाइन जारी की। इसमें बिजली कनेक्शन के लिए दिए जाने वाले फॉर्मेट में भी बदलाव किया गया था। पहले यह फॉर्मेट अंग्रेजी में जारी कर लागू किया गया था, लेकिन उपभोक्ताओं की सहूलियत को देखते हुए इस फॉर्मेट को हिंदी में अनुवाद करके हिंदी फॉर्मेट को लागू किया गया।

यूईआरसी के आदेश कूड़ेदान में
नये बिजली कनेक्शन के लिए जारी हिंदी के नए फॉर्मेट को दिसंबर 2021 में लागू करके विद्युत नियामक आयोग ने ऊर्जा निगम को 13 जनवरी 2022 कार्रवाई के आदेश जारी किए थे, लेकिन निगम ने आयोग के आदेश को कूड़ेदान में डालकर पुराने फॉर्मेट पर ही नए कनेक्शन दे रहा है। आयोग के आदेश के 8 माह से ऊर्जा निगम नय फॉर्मेट पर उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन जारी नहीं कर रहा है।

नये फॉर्मेट में कई कॉलम एडऑन
नये फॉर्मेट में कुछ बेमतलब की जानकारियों को हटा दिया गसर है, जबकि कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को जोड़ा गया है। पिता के साथ ही पत्नी को भी कॉलम में जोड़ा गया है, अर्थिंग प्वाइंट के कॉलम को भी हटा दिया गया है, क्यों निगम अर्थिंग का काम नहीं करता है। इसके अलावा कई अन्य कॉलम को हटाकर नये कॉलमों को एडऑन किया गया है।

ऑनलाइन में भी अभी पुराना फॉर्मेट
ऊर्जा निगम ने ऑफ लाइन तो छोडि़ए ऑनलाइन में भी नये कनेक्शन का प्रारूप चेंज नहीं किया है। अभी भी नया फार्म ऑनलाइन डाउनलोड करने पर पुराना फॉर्मेट ही आ रहा है। इससे समझा जा सकता है कि डिजिटल का दावा करने वाला निगम कितने फास्ट तरीके से काम कर रहा है। आठ माह पूर्व लागू किए गए फॉर्मेट को अभी तक निगम ऑनलाइन नहीं कर पाया है।

पुराने फॉर्मेट पर जारी कनेक्शन वैध नहीं
जानकारों की मानें तो नये कनेक्शन के फॉर्मेट जब जनवरी 2021 में यूईआरसी लागू कर दिया है, तो इसके बाद पुराने फॉर्मेट पर कनेक्शन देना वैध नहीं माना जा सकता है। जनवरी के बाद सभी कनेक्शन अवैध हैं। दरअलस इसके लिए ऊर्जा निगम से यूईआरसी से कोई समय नहीं मांगा है।

ऊर्जा निगम निगम नये नियम लागू होने के बाद ही पुराने ढर्रे पर चल रहा है। नया फार्मेट जब लागू हो गया, तो पुराने फॉर्मेट पर क्यों कनेक्शन जारी किए जा रहे हैं। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
वी.वीरू बिष्ट, सोशल एक्टीविस्ट
इसकी जानकारी नहीं है, यदि पुराने फॉर्मेट पर कनेक्शन दिए जा रहे हैं, तो इसकी जानकारी लेकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
राहुल जैन, एसई (नगर), विद्युत वितरण मंडल, देहरादून

Posted By: Inextlive