एडेड कॉलेजों को अनुदान रोके जाने के फैसले के खिलाफ एनएसयूआई का हल्ला बोल

देहरादून,

एडेड कॉलेजों को अनुदान रोके जाने के फैसले के खिलाफ एनएसयूआई ने हल्ला बोल दिया है। ट्यूजडे को एनएसयूआई द्वारा यमुना कॉलोनी स्थित हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। धन सिंह रावत के आवास का घेराव किया। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने 12 बजे यमुना कॉलोनी चौक पर एकत्रित होकर आवास की तरफ कूच किया। जहां पहले से मौजूद पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को रोक लिया। पुलिस से कार्यकर्ताओं की तीखी नोंकझोंक और धक्का-मुक्की भी हुई। जिसके बाद कार्यकर्ता मंत्री से मिलने की मांग को लेकर वहीं धरने पर बैठ गए।

अनुदान वापस लेने का फैसला गलत

इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से बात की। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को अपने मांगों का ज्ञापन सौंपा। तब जा कर धरना खत्म किया। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सौरभ मंमगाई ने कहा कि स्टेट गवर्नमेंट ने एडेड कॉलेजों को दिए जाने वाला अनुदान वापस लेने का फैसला लिया है, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि इससे टीचर्स और स्टाफ को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। स्टेट के 18 एडेड कॉलेजों के अनुदान को रोके जाने का फैसला भी सरकार तत्काल वापस लें। उन्होंने बताया कि डिग्री कॉलेजों से छात्र निधि का 50 परसेंट पैसा उच्च शिक्षा निदेशालय को ट्रांसफर करने का फैसला किया था उसे वापस लिया जाना चाहिए। एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी समेत अन्य 3 डिग्री कॉलेजों से जो पौने दो करोड़ रुपये लिए जा चुके हैं उन्हें डिग्री कॉलेजों को वापस किया जाए। सौरभ ममगाई ने कहा कि जब तक हमारी मांग नहीं मान लेती तब तक एनएसयूआई अपने विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी। मंत्री छात्र निधि के पैसे कार्य करवाकर अपना प्रचार कर रहे हैं, सरकार को अगर कॉलेजों की स्थिति में सुधार लाना है, तो शिक्षा पर होने वाला खर्चा बढ़ाए।

Posted By: Inextlive