राजधानी दून से करीब 30 किमी दूरी पर स्थित एक ऐसा गांव जिसको टिहरी लोकसभा सांसद ने गोद लिया है लेकिन गर्मी में ये गांव बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गया है। इस गांव का नाम क्यारा है और इसको आदर्श गांव का भी दर्जा मिला है। सच्चाई ये है कि हर घर तक पानी के नल से जल पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे किए गए थे। लेकिन इलाकेवासियों को करीब एक किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। गांव सड़क के नाम पर भी जूझ चुका है। यही कारण रहा है कि हाल में हुए मतदान का गांव वालों ने बहिष्कार भी किया था।


देहरादून (ब्यूरो) हम बात कर रहे हैं राजधानी देहरादून से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद आदर्श ग्राम सभा क्यारा की। जहां पर वर्ष 2021-22 में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर, नल कनेक्शन दिए गए थे। लेकिन, वर्तमान में यहां रह रहे करीब दो सौ परिवार अपने पुराने जल स्रोत से प्यास बुझाने को मजबूर हैं। इसके लिए परिवारों को करीब आधा किलोमीटर दूर तक का सुबह, शाम और दिन में सफर पूरा करना पड़ता है। ये वहीं गांव है, जिसने सड़क को लेकर लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया था। इसमें करीब एक हज़ार से ज्यादा लोगों ने अपनी सड़क पानी की मांग एक फिर सरकार के सामने रखी है। लेकिन, क्षेत्रवासियों के आरोप है कि सरकार व गांव को गोद लेने वाले सांसद ग्रामीणों की इन समस्याओं से लगातार अनभिज्ञ हैं।

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Posted By: Inextlive