राज्य के लाखों पेशेंट को मिलेगा फायदा

दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए भी काम करेगा विभाग

देहरादून।

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलिटेशन (पीएमआर) डिपार्टमेंट शुरू किया हैं। यह डिपार्टमेंट लम्बे समय से विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे पेशेंट की सहायता एवं पुनर्वास के लिए काम करेगा। बुधवार से शुरू हुए इस विभाग में चोट, सर्जरी या न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से जूझ रहे पेशेंट का उपचार किया जाएगा। साथ ही चोट की वजह से शारीरिक रूप से दिव्यांग हो चुके लोगों को भी समाज में उचित स्थान दिलाने के रास्ते तैयार किए जाएंगे। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि फिजिकल मेडिसिन एवं रिहेबिलिटेशन विभाग के तहत लम्बे समय से विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे पेशेंट का इलाज किया जाएगा।

डिस्चार्ज पेशेंट का घर पर भी ट्रीटमेंट

दून में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलिटेशन विभाग फिलहाल अपने काम की शुरुआत पोस्ट कोविड पेशेंट की सहायता से करेगा। पीएमआर विभाग के फिजिशियन डॉ अभिषेक चौधरी ने बताया कि हॉस्पिटल में इलाज के बाद ठीक होने वाले कोरोना पेशेंट को पीएमआर विभाग के फिजिशियन व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के जरिए फोन व वाट्सएप के जरिए संपर्क किया जाएगा। उन्हें कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बावजूद होने वाली परेशानी उससे संबंधित उपचार की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने वाले कोरोना पेशेंट को भी होम आइसोलेशन के लिए जरुरी मार्गदर्शन किया जाएगा।

प्लेयर्स को होगा फायदा

खेलों के दौरान आए दिन बड़ी संख्या में खिलाडि़यों को भी चोट लगती है। लेकिन हॉस्पिटल में उनके लिए कोई अलग से व्यवस्था नहीं होती। चोटिल खिलाडियों को कई बार आजीवन तो कई बार लंबे समय तक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह विभाग चोटिल खिलाडियों के इलाज और उनकी देखभाल का भी काम करेगा। इसके लिए कॉलेज में अलग से व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं।

परेशान पेशेंट को मिलेगी राहत

चोट एवं न्यूरोलॉजिकल समस्याओं की वजह से लाखों पेशेंट जूझ रहे हैं। ऐसे पेशेंट का कुछ समय तक तो सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज होता है। लेकिन बाद में इन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है। फिर ये पेशेंट लम्बे समय तक दर्द और कई अन्य परेशानियों का सामना करते हैं।

इन पेशेंट को होगा फायदा

न्यूरो की परेशानियों से जूझ रहे पेशेंट।

डिसेबिलिटी के साथ पैदा होने वाले बच्चे।

फिजियोथेरेपी वाले पेशेंट

हड्डी और अन्य दर्द की समस्या से जूझ रहे पेशेंट

मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलिटेशन विभाग शुरू होने से लम्बी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को खासी राहत मिलेगी। यह विभाग ऐसे मरीजों को राहत और पुनर्वास के लिए भी काम करेगा.: -

डॉ आशुतोष सयाना, प्रिसिंपल, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive