-मेडिकल कॉलेज के चलते दून हॉस्पिटल से हटाया जाना है जिला चिकित्सालय का काम

-जिला चिकित्सालय को बचाने के लिए गठित की गयी है समिति

DEHRADUN: एमसीआई के नॉ‌र्म्स के अनुसार राजकीय दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर में जिला चिकित्सालय नहीं चल सकता है। जिला चिकित्सालय के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इसी के मद्देनजर कर्मचारियों ने जिला अस्पताल को बचाने के लिए संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। शनिवार को बाकायदा दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर स्थित सभागार में एक मीटिंग हुई। जिसमें चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी वर्ग के प्रतिनिधि शामिल हुए।

समिति का किया गया गठन

दून जिला अस्पताल के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए चिकित्सकों सहित सभी कर्मचारी मैदान में उतर आए हैं। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल परिसर में हुई मीटिंग में सभी ने सर्व सम्मति से दून चिकित्सालय बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया है। इस मीटिंग में समिति के लिए संयोजक मंडल के लिए विधिवत रूप से संयोजकों के नाम भी तय किए गए।

जरूरी है जिला चिकित्सालय

संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक डॉ। पंकज शर्मा ने मीटिंग में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दून में जिला अस्पताल को होना बहुत जरूरी है। इसके लिए कोरोनेशन या फिर प्रीतम रोड, डालनवाला एरिया में स्थित गांधी शताब्दी हॉस्पिटल परिसर में फिलहाल जिला अस्पताल की सेवा सुचारू करने की भी मांग उठाई गयी। मीटिंग में प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के डॉ। पकंज शर्मा के अलावा कई चिकित्सक उपस्थित रहे। मनवर सिंह नेगी, फार्मासिस्ट ऑफिसर बीएस कलूड़ा, महेंद्र भंडारी, अशोक राज जुयाल, समुन गोसाईं, कृष्णा रावत, अंजना भौमिक, आरपी जुयाल, जेपी भट्ट, संदीप, गुरुप्रसाद गोदयाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive