- अक्टूबर 2015 का मामला, नारी निकेतन की तत्कालीन सुपरिटेंडेंट सहित 9 दोषी करार

- संवासिनी से रेप, अबॉर्शन, भ्रूण को जंगल में दफनाने का था मामला

- सोमवार को किया जाएगा दोषियों की सजा का ऐलान

देहरादून।

नारी निकेतन में मूक बधिर संवासिनी से दुष्कर्म, गर्भपात कराने और भू्रण को दफनाने के आरोप में अदालत ने शुक्रवार को सभी 9 आरोपियों को दोषी करार दिया। आरोपियों की सजा का ऐलान सोमवार को किया जाएगा। दोषियों में नारी निकेतन की तत्कालीन सुपरिटेंडेंट समेत 6 महिलाएं शामिल हैं।

यह हुआ था संवासिनी के साथ

अक्टूबर 2015 में नारी निकेतन में मूक बधिर संवासिनी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। नेहरू कॉलोनी थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद 24 नवंबर 2015 को सीएम के आदेश पर तत्कालीन एसपी सिटी अजय सिंह के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई। एसआईटी जांच में वारदात की परतें खुलती चली गईं और संवासिनी पर जुल्म ढाने वाले एक-एक कर जेल भेजे गए। इस मामले में पुलिस ने नारी निकेतन की तत्कालीन सुपरिटेंडेंट मीनाक्षी पोखरियाल, कर्मचारी अनिता मंदोला, क्राफ्ट टीचर शमा निगार, चंद्रकला क्षेत्री, संविदाकर्मी कृष्णकांत उर्फ कांछा, होमगार्ड ललित बिष्ट, केयर टेकर हाशिम और मुख्य आरोपी सफाई कर्मचारी गुरदास को गिरफ्तार किया था।

दूधली के जंगल से मिला था भ्रूण

नारी निकेतन के सफाईकर्मी गुरदास पर संवासिनी से दुष्कर्म का आरोप था। जिसके बाद वह गर्भवती हो गई थी। जबकि होमगार्ड ललित बिष्ट और केयर टेकर हाशिम ने भी संवासिनी से दुष्कर्म का प्रयास किया था। मामले का खुलासा न हो, इसके लिए बाकी सभी ने आपराधिक षडयंत्र रचते हुए संवासिनी का गर्भपात कराया और भू्रण को जंगल में दबा दिया। एसआईटी की जांच में दूधली के जंगल से भू्रण भी बरामद किया गया था। इसका डीएनए मिलान गुरदास के साथ हुआ। जिससे केस स्ट्रॉन्ग हुआ।

23 गवाह किए पेश

शासकीय अधिवक्ता संजीव सिसौदिया ने बताया कि अभियोजन की ओर से इस केस में कुल 23 गवाह पेश किए गए। जबकि कोर्ट ने डीएनए रिपोर्ट को अहम फैक्ट माना और सभी पहलुओं पर गौर करते हुए सभी 9 आरोपियों को दोषी करार दिया। सिसौदिया ने बताया कि सजा के प्रश्न पर सोमवार को बहस की जाएगी। सभी दोषियों को कोर्ट कैंपस से अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है।

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कौन किस धारा में हुआ दोषी करार

गुरदास-आईपीसी 376 सी

ललित बिष्ट व हाशिम-आईपीसी 376सी/511

मीनाक्षी पोखरियाल-आईपीसी 201

समा निगार, किरण नौटियाल, अनिता मंदोला और चंद्रकला क्षेत्री- आईपीसी 313, 201, 120बी

Posted By: Inextlive