DEHRADUN: राजाजी टाइगर रिजर्व से लगे हरिद्वार व आसपास के क्षेत्र के निवासियों के लिए मुसीबत का सबब बने 10 बिगड़ैल हाथियों पर रेडियो कॉलर लगाए जाएंगे। अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ के दौरान मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के वन्यजीव प्रभाग ने अनुमति प्रदान कर दी है। अब वन विभाग, भारतीय वन्यजीव संस्थान के सहयोग से इन हाथियों पर रेडियो कॉलर लगाएगा।

हाथियों के आतंक से लोग परेशान

हरिद्वार क्षेत्र में लंबे समय से हाथियों की धमाचौकड़ी ने नाक में दम किया हुआ है। लॉकडाउन के दौरान तो हाथी हरकी पैड़ी क्षेत्र तक आ धमके थे। हाथियों का खौफ निरंतर बना हुआ है। इसे देखते हुए वन विभाग ने राजाजी टाइगर रिजर्व से लगे हरिद्वार समेत आसपास के क्षेत्र में ऐसे हाथियों की पहचान करने की कवायद शुरू की, जो आबादी वाले क्षेत्र और हाईवे पर लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान के सहयोग से रिजर्व प्रशासन ने बिगड़ैल हाथियों की पहचान की। क्षेत्र में ऐसे 10 हाथी चिह्नित किए गए। वन विभाग ने इन हाथियों पर रेडियो कॉलर लगाने का प्रस्ताव केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भेजा, जहां से इसे स्वीकृति मिल गई है।

मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हरिद्वार क्षेत्र में हाथियों पर लगाने के लिए 10 रेडियो कॉलर तैयार हैं। रेडियो कॉलर लगने पर इनकी गतिविधियों का पता चलता रहेगा। इससे संबंधित इलाके के निवासियों को सतर्क करने के साथ ही हाथियों को जंगल की तरफ खदेड़ने के लिए कदम उठाए जा सकेंगे।

Posted By: Inextlive