- बैंकों से आसानी से नहीं मिल रहा प्रॉपर्टी के लिए लोन

- सरकार की तरफ से जरूरी कदम न उठाने के लगा रहे आरोप

देहरादून

कोविड-19 ने दून में बिल्डर्स और प्रॉपर्टी का बिजनेस पूरी तरह से ठप कर दिया है। राजधानी बनने के बाद से दून में जो व्यवसाय सबसे ज्यादा फला-फूला वह प्रापर्टी का व्यवसाय ही है। हर महीने दून में करोड़ों रुपये का प्रॉपर्टी व्यवसाय होता था। मेन सिटी में कोई प्रॉपर्टी नहीं बची तो सिटी से लगते इलाकों में लोग घर बनाने लगे। पिछले 29 वर्षो में दून में हाउसेज और पॉपुलेशन दोनों बढ़े हैं। सिटी के आसपास बसी रिहायशी बस्तियों के बाद इन नये इलाकों को नगर निगम में शामिल कर दिया गया और नगर निगम के 60 वार्ड अब 100 वार्ड हो चुके हैं।

कोरोना ने लगाया ब्रेक

दून के नगर निगम के क्षेत्र ही नहीं, आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी लगातार नये रिहायशी इलाके बनने का सिलसिला अभी जारी था। इन इलाकों में भी प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त का व्यवसाय तेजी से चल रहा था। लेकिन, कोरोना लॉकडाउन ने सब ठप कर दिया। फिलहाल आने वाले दिनों में इस व्यवसाय में बहुत ज्यादा उम्मीद नजर नहीं आ रही है। यही वजह है कि इस व्यवसाय से जुड़े कई लोगों ने अब प्रॉपर्टी का धंधा बंद कर दिया है और वे किसी दूसरे व्यवसाय में जाने की सोच रहे हैं।

लोन में भी दिक्कत

बिल्डर्स और प्रॉपर्टी डीलर्स का कहना है कि उनके पास कस्टमर्स अब भी आ रहे हैं, लेकिन कोरोनाकाल में बैंकों से लोगों को आसानी से लोन नहीं मिल पा रहा है। ज्यादातर बैंकों ने लोन की शर्ते इतनी कड़ी कर दी हैं कि ज्यादातर लोग लोन लेने में असमर्थ हैं। उनका कहना है कि प्रॉपर्टी का व्यवसाय बैंक लोन पर ही निर्भर करता है। 95 परसेंट लोग इस हालत में नहीं होते कि बिना लोन लिये प्रॉपर्टी खरीद लें। लेकिन, फिलहाल ज्यादातर बैंकों ने कड़ी शर्ते लगा दी हैं। लोन न मिलने से प्रॉपर्टी की काम भी लगभग बंद है।

कस्टमर है, लोन नहीं मिल रहा

कस्टमर्स तो अब भी दो-तीन हर रोज आ जाते हैं, लेकिन असली समस्या तब पैदा होती है, जब लोग लोन लेने बैंक जाते हैं। बैंकों ने अब ऐसी शर्ते लगा ली हैं, जिससे लोग लोन नहीं ले पा रहे हैं। लॉकडाउन और उसके बाद पैदा हुई परिस्थिति में सरकार को जिस तरह से मदद करनी चाहिए थी, वैसी कोई मदद आम लोगों को नहीं मिल पा रही है।

- पारस जैन, प्रॉपर्टी व्यवसायी

अपना धंधा ठीक है

कस्टमर्स आ रहे हैं। हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। पहले की ही तरह प्रॉपर्टी का काम चल रहा है। महीने में तीन से चार यूनिट का सौदा पहले भी होता था और अब भी हो रहा है। कोरोना के कारण दूसरे शहरों से आये कई लोगों ने लोकल में अपना धंधा शुरू कर दिया है। ऐसे में भविष्य के प्रति काफी उम्मीदें हैं। लोग यहां रहेंगे तो जाहिर है आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी भी खरीदेंगे। उम्मीद बनी हुई है।

- अक्षय जैन, प्रॉपर्टी डीलर

बंद करना पड़ा काम

मैं काफी समय से प्रॉपर्टी का काम करता रहा हूं। अच्छा काम चल रहा था। आगे में काफी उम्मीद थी, लेकिन अब मैंने काम बंद कर दिया है। लॉकडाउन के बाद से काम पूरी तरह से बंद हो गया था। पहले दिन में पांच-सात लोग प्रॉपर्टी के बारे में इंक्वायरी करने आ जाते थे। हमें उम्मीद थी कि लॉकडाउन खुलने के बाद लोग आने लगेंगे, लेकिन इसके बाद भी कोई कस्टमर नहीं आया तो काम बंद करना पड़ा। अब कोई और काम तलाश रहा हूं।

सारिक अहमद, प्रॉपर्टी डीलर

Posted By: Inextlive