- भूस्खलन के चलते मार्ग का 20 मीटर हिस्सा ध्वस्त, रस्सों के सहारे सुरक्षित निकाले केदारनाथ से लौट रहे यात्री

- खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले 150 यात्री गौरीकुंड और 80 यात्री सोनप्रयाग में रोके

RUDRAPRAYAG: पहाड़ी पर हुए भूस्खलन के चलते केदारनाथ पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इससे आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। हालांकि, केदारनाथ से लौट रहे 102 यात्रियों को देर रात रस्सों के सहारे सुरक्षित निकाल लिया गया। खतरे को देखते हुए केदारनाथ जाने वाले 230 यात्रियों को गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोका गया है।

पैदल मार्ग का हिस्सा बहा

शनिवार को गौरीकुंड से 600 मीटर आगे पहाड़ी पर भूस्खलन होने से केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 20 मीटर हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यात्रा मजिस्ट्रेट एमएल अंजवाल ने बताया कि भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 150 यात्री गौरीकुंड और 80 यात्री सोनप्रयाग में रोके गए हैं। जबकि, केदारनाथ से गौरीकुंड लौट रहे सभी यात्रियों को पुलिस व प्रशासन की मदद से देर रात सुरक्षित निकाल लिया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है। श्रमिक दोनों छोर पर पहुंच गए हैं। उम्मीद है कि रविवार को मार्ग आवाजाही के लिए खुल जाएगा। इसी के बाद गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोके गए यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया जाएगा।

Posted By: Inextlive