-दून मंडल में आठ जनवरी से बेमियादी हड़ताल पर था रोडवेज कर्मचारी यूनियन

-यूनियन की प्रबंधन के साथ थर्सडे देर शाम करीब ढाई घंटे चली वार्ता के बाद हड़ताल खत्म

देहरादून,

दो दिनों से हड़ताल पर चल रही रोडवेज की बसें थर्सडे शाम से बसें चलने लग गई हैं। रोडवेज कर्मचारी यूनियन की प्रबंधन के साथ थर्सडे देर शाम करीब ढाई घंटे चली वार्ता के बाद हड़ताल खत्म हो गई हैं। प्रबंधन ने वादा किया है कि आगामी मार्च तक संविदा एवं विशेष श्रेणी कर्मचारियों को पांच महीने के लंबित वेतन, अगस्त से दिसंबर.2020 का भुगतान कर दिया जाएगा। नियमित कर्मचारियों को मार्च तक, अगस्त से नवंबर 2020 चार महीने के लंबित वेतन का भुगतान करने पर प्रबंधन ने सहमति दी। यूनियन की मांग के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रकरणों में महाप्रबंधक प्रशासन की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है, जो पंद्रह दिन में सभी मामलों की जांच कर अपनी रिपोर्ट रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान को सौंपेगी। प्रबंधन से सुलह के बाद कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने हड़ताल वापस लेने का एलान करते हुए देर शाम से ही बसों का संचालन शुरू करा दिया।

दो दिन तक थमे रहे रोडवेज के पहिये

पांच माह के लंबित वेतन की भुगतान की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने वेडनसडे तडक़े से पूरे प्रदेश में रोडवेज बसों के पहिये थाम दिए थे। यूनियन दून मंडल में गत आठ जनवरी से बेमियादी हड़ताल पर बैठी थी, लेकिन प्रदेशव्यापी हड़ताल वेडनसडे को शुरू की गई थी। हड़ताल के कारण करीब 70 परसेंट बसों के पहिये थमे रहे, प्रबंधन ने ग्रामीण डिपो में विवाद के मामले में बर्खास्त कर्मचारी यूनियन के मंत्री संदीप कुमार पर बिना जांच किए कार्रवाई करने के मामले में दून के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर और प्रभारी एजीएम रामलाल पैन्यूली को ट्यूजडे को ही पद से हटाकर रोडवेज मुख्यालय अटैच कर दिया था। इसके बाद भी यूनियन संतुष्ट नहीं थी और अन्य मांगों पर भी कार्रवाई चाहती थी। हड़ताल समाप्त कराने के लिए वेडनसडे शाम भी यूनियन के पदाधिकारियों और रोडवेज प्रबंधन के बीच दो घंटे की सुलह वार्ता हुई थी, लेकिन यह विफल हो गई। जिसके चलते यूनियन द्वारा थर्सडे को भी हड़ताल जारी रखी गई।

एक्शन शुरू, कमेटी बनाई

थर्सडे शाम चार बजे रोडवेज के एमडी रणवीर सिंह चौहान, जीएम एडमिनिस्ट्रेशन हरगिरी और जीएम संचालन दीपक जैन समेत आरएम संजय गुप्ता की मौजूदगी में हड़ताली यूनियन के पदाधिकारियों के साथ वार्ता शुरू हुई। इस दौरान यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी, प्रांतीय प्रवक्ता विपिन चौधरी,उप महामंत्री हरेंद्र कुमार, दून मंडलीय अध्यक्ष प्रवीण सैनी व मंत्री केपी सिंह मौजूद रहे। लंबित वेतन पर सकारात्मक हल निकालने के बाद अनुशासनात्मक मामलों में कार्रवाई को लेकर प्रबंधन ने कहा कि वह पहले ही आरएम व एजीएम को मुख्यालय में अटैच कर चुका है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि कोटद्वार डिपो के हुक्का प्रकरण में बर्खास्त कर्मचारियों व ग्रामीण डिपो में हुए विवाद में बर्खास्त कर्मचारी नेता संदीप कुमार के मामलों में महाप्रबंधक प्रशासन हरगिरी को जांच दी गई है। वह पंद्रह दिन में मामलों का पूरा परीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। यूनियन ने जो अन्य अनुशासनात्मक प्रकरण उठाए हैं। उसमें भी महाप्रबंधक प्रशासन जांच करेंगे। गलत एसीपी मामलों में चल रही कार्रवाई के परीक्षण के लिए प्रबंधन पहले ही एक कमेटी बना चुका है। प्रमोशन का मामला बोर्ड बैठक में रखने व समान काम समान वेतन का मामला कोर्ट के आदेशों के क्रम में मानने की बात कही गई।

Posted By: Inextlive