DEHRADUN: सरकार से 15 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद मंजूर होने के बाद रोडवेज के करीब सात हजार कर्मियों को मई का वेतन देने की तैयार चल रही है। हालांकि, मई में बसों का संचालन न होने से विशेष श्रेणी व संविदा चालक-परिचालकों को पूर्व में किए गए औसत किलोमीटर के आधार पर वेतन जारी किया जाएगा।

वेतन के पड़े थे लाले

कोरोना काल में बसों का संचालन ठप रहने से रोडवेज में वेतन के लाले पड़े हुए हैं। मौजूदा समय में मई, जून व जुलाई का वेतन लंबित है। पिछले दिनों ही सरकार से मिली मदद के बाद रोडवेज ने अप्रैल का वेतन जारी किया था। अब सरकार ने फिर पर्वतीय संचालन में घाटे की मद से रोडवेज को 15 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी है। हालांकि, रोडवेज को वेतन के लिए करीब 22 करोड़ रुपये प्रति माह की जरूरत होती है, लेकिन इस बार अपने खर्चो में कटौती कर रोडवेज प्रबंधन बाकी रकम का जुगाड़ करने में जुटा हुआ है। गुरुवार को रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने सभी मंडल और डिपो प्रबंधकों को आदेश जारी किया कि विशेष श्रेणी व संविदा चालक-परिचालकों के वेतन का औसत सितंबर-2019 से फरवरी-2020 तक किए गए कुल किमी के आधार पर बनाया जाए। इस साल अप्रैल के वेतन को भी ध्यान में रखकर मई का वेतन बनाया जाए। वेतन के बिल बनाने के बाद सूचना मुख्यालय को भेजने के आदेश दिए गए हैं।

Posted By: Inextlive