- 10वीं और 12वीं के 10 परसेंट स्टूडेंट्स ही पहुंचे स्कूल

- 7 परसेंट सरकारी और 73 परसेंट प्राइवेट स्कूल नहीं खुले

देहरादून,

करीब 7 महीने बाद मंडे को स्कूल तो खुले, लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट्स स्कूल नहीं पहुंचे। सरकारी स्कूलों ने रि-ओपनिंग में कुछ दिलचस्पी दिखाई, लेकिन प्राइवेट और बोर्डिग स्कूल्स ने सरकारी आदेश मानने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। प्राइवेट स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने भी सरकारी स्कूल्स के स्टूडेंट्स के मुकाबले फिर से स्कूल जाने में कम रुचि दिखाई। सरकारी स्कूल्स में करीब 15 परसेंट स्टूडेंट्स पहुंचे, जबकि प्राइवेट स्कूल में हाजिरी 5 परसेंट से भी कम रही।

93 परसेंट सरकारी स्कूल खुले

राज्य सरकार के आदेश में चीफ एजुकेशन ऑफिसर से जिले के सभी बीईओ को सरकारी, एडेड, प्राइवेट और बोर्डिग स्कूल्स 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए खोलने के निर्देश दिये थे। दून में कुल 166 सरकारी स्कूल्स में से 156 मंडे को खुल गये। यानी 7 परसेंट सरकारी स्कूलों ने सीईओ के आदेश को नहीं माना। जो 93 परसेंट सरकारी स्कूल खुले उनमें हाजिरी बहुत कम रही। करीब 15 परसेंट स्टूडेंट्स की स्कूल पहुंचे।

73 परसेंट प्राइवेट स्कूल बंद

जिले में विभिन्न बोर्डो से एफिलेटेड और बोर्डिग स्कूल्स की संख्या 269 है। इन सभी स्कूल्स को भी मंडे को खोलने की आदेश दिये गये थे। लेकिन, इनमें से केवल 74 यानी 27 परसेंट स्कूल ही खुले। सरकारी इमदाद से चलने वाले एडेड स्कूल्स ने कुछ दरियादिली दिखाई। दून में ऐसे 57 स्कूल हैं, इनमें से मंडे को 52 स्कूल खुल गये। सीबीएसई बोर्ड से एफिलेटेड 60 केंद्रीय विद्यालय और प्राइवेट स्कूल्स में से 48 स्कूल खुले। सभी स्कूलों को मिलाकर करीब 60 परसेंट स्कूल 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए खुल गये हैं।

2 घंटे, 40 मिनट पढ़ाई

राज्य सरकार के आदेश के अनुसार मंडे को स्कूल सुबह 9 बजे खुले और 11.40 बजे बंद हो गये। अगले कुछ दिनों में स्कूल टाइम यही रहेगा। हालांकि टीचर्स को पूरे टाइम स्कूल में रहने के लिए कहा गया है। सभी स्कूल्स में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए गेट से ही सर्कल बनाये गये हैं। स्कूल जाते अथवा घर लौटते वक्त स्टूडेंट्स को इन सर्कल से बाहर रहने की इजाजत नहीं है।

सूना पड़ा रहा स्कूल

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सुबह सिटी के कुछ स्कूल्स का रियलिटी चेक किया तो ज्यादातर स्कूल सुनसान नजर आये। पटेलनगर का गुरु रामराय इंटर कॉलेज पूरी तरह सुनसान था। बताया गया कि स्कूल में 12वीं के 512 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 35 ही स्कूल आये हैं। इसी तरह स्कूल में 10वीं में रजिस्टर्ड 395 स्टूडेंट्स में से 22 स्टूडेंट पहुंचे।

बैठे रहे टीचर्स

जीआरडी एकेडमी में भी यही हाल थे। यहां टीचर्स क्लास रूम में बैठे थे, लेकिन क्लास में स्टूडेंट्स नहीं थे। इस स्कूल में 12वीं में 204 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हैं, इनमें से सिर्फ 5 स्टूडेंट ही स्कूल पहुंचे। 10वीं में यहां 160 स्टूडेंट रजिस्टर्ड हैं, लेकिन एक भी स्टूडेंट स्कूल नहीं आया। स्कूल मैनेजमेंट के अनुसार करीब 90 परेंट्स ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने पर सहमति जताई थी, लेकिन केवल 5 स्टूडेंट ही पहुंचे।

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राज्य सरकार के आदेशों का पालन करते हुए सभी ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर्स को निर्देश दिये गये थे कि सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल्स में 18वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू की जाए। मंडे को विभिन्न ब्लॉक से मिली रिपोर्ट के अनुसार करीब 10 परसेंट स्टूडेंट्स की स्कूल पहुंचे।

आशा रानी पैन्यूली

चीफ एजुकेशन ऑफिसर, देहरादून

फैक्ट फाइल

गवर्नमेंट स्कूल

166 में से 156 स्कूल खुले

93 परसेंट सरकारी स्कूल खुले

15 परसेंट स्टूडेंट्स रहे प्रेजेंट

प्राइवेट स्कूल

269 स्कूल्स में से 74 खुले

27 परसेंट स्कूल्स ही खुले

5 परसेंट स्टूडेंट्स रहे प्रेजेंट

एडेड स्कूल

57 में से 52 स्कूल खुले

सीबीएसई व केवी

60 में से 48 स्कूल खुले

Posted By: Inextlive