पर्यटक स्थलों को साइलेंट जोन बनाने की तैयारी में सरकार
आई स्पेशल
-राज्य के दर्जनभर टूरिस्ट स्पॉट होंगे शोर-शराबा मुक्त -पहले सरकार कराएगी सर्वे, फिर चिन्हित होंगे पर्यटक स्थल DEHRADUN: शांत प्रिय पर्यटन प्रदेश कहे जाने वाले राज्य में अब पर्यटकों के लिए राज्य सरकार शांत वातावरण तैयार करने की तैयारी में है। पर्यटकों की आमद बढ़ती रहे, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। दरअसल, कई ऐसे पर्यटक स्थल हैं जहां शोरगुल आम बात हो गई है। इस वजह से पर्यटक मुंह मोड़ रहे हैं। अब सरकार प्रदेश के दर्जनभर पर्यटक स्थलों को ध्वनि प्रदूषण से मुक्त बनाने की तैयारी कर रही है। ताकि बढ़े पर्यटकों की आमदराज्य गठन के बाद से पर्यटन प्रदेश में पर्यटकों की आमद लगातार बढ़ती आई है। हालांकि ख्0क्फ् की आपदा के बाद राज्य में पहुंचने वाले पर्यटकों के फ्लो पर ब्रेक लगा। लेकिन अब धीरे-धीरे पर्यटकों की तादाद में इजाफा हो रहा है। इसी के चलते प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि सूबे के क्ख् ऐसे पर्यटक स्थल चिन्हित किए जाएंगे जहां किसी प्रकार से शोर-शराबा यानि ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा। इन इलाकों को न्वॉयज फ्री जोन के तौर पर बाकायदा डेवलेप किया जाएगा। पिछले कुछ सालों के दौरान राज्य के पर्यटक स्थलों में वाहनों की जमकर आवाजाही या फिर रेस्टोरेंट, होटलों में ओयोजित होने वाली पार्टियों के कारण शोरगुल बढ़ता चला गया। इसके कारण शांतप्रिय इलाकों की चाह रखने वाले पर्यटक यहां आने से गुरेज करने लगे हैं। सीएम ने पर्यटन अधिकारियों की बैठक में ऐसे कम से कम क्ख् स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। चीफ सेक्रेटरी शत्रुघ्न सिंह के अनुसार ऐसे स्थान सर्वे के बाद चिन्हित किए जाएंगे।
चोपता, बिनसर, बेरीनाग, धनौल्टी बताया जा रहा है कि सरकार खासकर चोपता, बिनसर, बेरीनाग, रानीखेत व धनौल्टी जैसे पर्यटक स्थलों को शांतप्रिय व न्वॉयज फ्री जोन के तौर पर रखना चाहती है। इस बारे में सरकार होटल व रेस्तरां मालिकों से भी पार्टी जैसे आयोजनों से दूर रखने की बात कह रही है। इन इलाकों में बाकायदा पार्किंग भी दूर होंगी, जिससे ट्रैफिक के शोरगुल से पर्यटक मुक्त रहें। इसके अलावा इन स्थानों पर पर्यटकों को वॉक करने के लिए भी ट्रैक बनाए जाएंगे।