- पछवादून के तीन पावर हाउसेज में पावर प्रोडक्शन ठप

- नदियों का वाटर डिस्चार्ज बढ़ने से आया मलबा

देहरादून,

यमुना, टोंस व आसन नदियों में वाटर डिस्चार्ज बढ़ने के साथ ही भारी मात्रा में सिल्ट आने से पछवादून के तीन जल विद्युत उत्पादन केंद्र में विद्युत उत्पादन प्रभावित रहा। रविवार रात में मूसलधार बारिश के चलते यमुना, आसन व टोंस नदियों का जलस्तर बढ़ गया, साथ ही बरसात की वजह से भारी मात्रा में सिल्ट आ गई। जिससे डाकपत्थर बैराज में सोमवार सुबह नौ बजे से 11.50 बजे तक फ्ल¨शग करनी पड़ी, जिससे ढालीपुर व ढकरानी विद्युत उत्पादन केंद्र में करीब तीन घंटे तक उत्पादन ठप रहा। डाकपत्थर बैराज में सिल्ट की मात्रा कंट्रोल में आने पर करीब 12 बजे बिजली उत्पादन शुरू हुआ। दो बजे सिल्ट बढ़ने पर फिर से उत्पादन ठप हो गया।

सुबह साढ़े 9 बजे से उत्पादन बंद

आसन बैराज में आसन नदी से डिस्चार्ज 18 हजार क्यूसेक व यमुना से डिस्चार्ज 7 हजार क्यूसेक आने के चलते कुल्हाल विद्युत उत्पादन केंद्र में उत्पादन सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे के करीब से बंद हो गया। सामान्य रूप से बिजली उत्पादन के लिए आसन बैराज में डिस्चार्ज 10 हजार क्यूसेक के करीब होना चाहिए। जल विद्युत निगम के अधिकारियों ने सिल्ट की वजह से तीन बिजली उत्पादन केंद्र में उत्पादन ठप रहने की पुष्टि की।

पछवादून में विद्युत उत्पादन केंद्रों की क्षमता

छिबरौ जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 240 मेगावाट।

खोदरी जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 120 मेगावाट।

ढालीपुर जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 51 मेगावाट।

ढकरानी जल विद्युत उत्पादन केंद्र- 33.53 मेगावाट।

कुल्हाल जल विद्युत उत्पादन केंद्र : 33 मेगावाट।

Posted By: Inextlive